Vastu Tips: दीवार घड़ी केवल समय देखने का साधन नहीं होती, बल्कि घर की सुंदरता और माहौल पर भी इसका असर पड़ता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घड़ी सही दिशा और स्थान पर लगाई जाए, तो यह घर में सुख, शांति और समृद्धि बनाए रखने में मदद करती है. वहीं, गलत जगह पर घड़ी लगाने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है, जिसका असर घर के सदस्यों के जीवन पर पड़ सकता है. इसलिए दीवार घड़ी लगाते समय कुछ जरूरी वास्तु नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
दीवार घड़ी लगाने की शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीवार घड़ी को घर की उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना सबसे शुभ माना जाता है. उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर से जोड़ा जाता है, जबकि पूर्व दिशा उगते सूर्य की दिशा है, जो ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक मानी जाती है. इन दिशाओं में घड़ी लगाने से घर में तरक्की, खुशहाली और सकारात्मक वातावरण बना रहता है.
इस दिशा में न लगाएं घड़ी
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, दक्षिण दिशा में दीवार घड़ी लगाने से बचना चाहिए. माना जाता है कि इस दिशा में घड़ी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है. इसका असर व्यक्ति के करियर, पारिवारिक संबंधों और मानसिक शांति पर भी पड़ सकता है. साथ ही जीवन में रुकावटें और तनाव बढ़ने की संभावना रहती है.
घड़ी लगाते समय रखें ये खास बातें
वास्तु शास्त्र में ड्राइंग रूम के लिए पेंडुलम वाली घड़ी को शुभ माना गया है, खासकर अगर वह पूर्व, पश्चिम या उत्तर दिशा में लगी हो. बेडरूम में घड़ी लगाते समय सावधानी बरतनी चाहिए. घड़ी को न तो बिस्तर के ठीक सामने लगाएं और न ही सिर के पीछे. इसके अलावा, घड़ी के सामने आईना नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
साथ ही, मुख्य दरवाजे के ठीक ऊपर घड़ी लगाना भी अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से घर के वातावरण में अस्थिरता और तनाव बढ़ सकता है. बेहतर यही है कि घड़ी को ऐसी जगह लगाया जाए जहां वह साफ दिखाई दे और समय पर सही चलती रहे.