आजतक की खबर का बड़ा असर हुआ है. राजस्थान में छात्राओं के लिए खरीदी गई 18 हजार से ज्यादा स्कूटियां अब दो महीने के अंदर बांटी जाएंगी. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मुद्दे पर बैठक कर अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि जिन छात्राओं के नाम पर स्कूटी खरीदी गई है, उन्हें तुरंत स्कूटी दी जाए.
आजतक ने अपनी रिपोर्ट में दौसा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और भरतपुर जैसे जिलों से बताया था कि ये स्कूटियां दो साल से कबाड़ बनकर पड़ी हैं. कांग्रेस और बीजेपी सरकार की खींचतान के चलते छात्राएं स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही थीं. अब सरकार ने तय किया है कि TVS कंपनी इन स्कूटियों को ठीक कर छात्राओं को सौंपेगी.
दो महीने के अंदर बांटी जाएंगी छात्राओं को स्कूटी
राजस्थान उच्च शिक्षा निदेशालय के कमिश्नर ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि जिन स्कूटियों को सुधारा नहीं जा सकता, उनके बदले DBT के जरिए पैसा या नई स्कूटी दी जाएगी. सरकार ने कंपनी की 8 करोड़ रुपये की जमानत राशि जब्त कर ली है. स्कूटी बंटने के बाद ही पैसा लौटाया जाएगा.
स्कूटियों का वितरण अगले दस दिन में शुरू होगा
कंपनी ने कहा है कि फिलहाल 9 हजार स्कूटियां बांटने के लिए तैयार हैं और हर दस दिन में 1000-1000 के लॉट में वितरण शुरू किया जाएगा. 2022-23 की स्कूटियों का वितरण अगले दस दिन में शुरू होगा. इस बीच राजस्थान हाईकोर्ट में भी स्कूटी वितरण में देरी का मामला दर्ज हुआ है और शुक्रवार को सुनवाई होनी है.