राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संसद में केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की. इस दौरान नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं, शहरी बुनियादी ढांचे और जयपुर मेट्रो फेज-2 पर विस्तार से चर्चा हुई.
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अनुरोध किया कि राजस्थान की प्रस्तावित नवीकरणीय ऊर्जा निकासी परियोजनाओं को ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर-III में शामिल किया जाए और अधिकतम केंद्रीय सहायता का शीघ्र अनुमोदन दिया जाए. उन्होंने बताया कि राज्य में नवीकरणीय क्षेत्र में भारी निवेश आ चुका है और इन परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए मज़बूत ट्रांसमिशन सिस्टम बेहद जरूरी है.
मुख्यमंत्री भजनलाल ने केंद्र से जयपुर मेट्रो फेज-2 को भी मंजूरी देने का अनुरोध किया, जिसे 50:50 जॉइंट वेंचर मॉडल के तहत प्रस्तावित किया गया है. सीएम ने कहा कि केंद्र की वित्तीय मंजूरी मिलने से जयपुरवासियों को जल्द ही सुरक्षित और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध हो सकेगा.
सूत्रों के अनुसार सीएम भजनलाल ने 15वें वित्त आयोग के तहत 10 लाख से ज़्यादा आबादी वाले शहरी स्थानीय निकायों को केंद्रीय सहायता का मुद्दा भी उठाया और बताया कि यह धनराशि छोटे शहरों में चल रहे विकास कार्यों को पूरा करने में मदद करेगी.
राजस्थान सरकार ने राजस्थान अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (RUIDP) के पांचवें फेज का भी प्रस्ताव रखा है, जिसे एशियाई विकास बैंक और वर्ल्ड बैंक के सहयोग से तैयार किया जा रहा है. इसमें जल आपूर्ति, सीवरेज-कचरा प्रबंधन, शहरी यातायात सुधार, बाढ़ प्रबंधन और धरोहर संरक्षण जैसे क्षेत्र शामिल हैं. सीएम शर्मा ने इस परियोजना को भी जल्द मंजूरी दिलाने का अनुरोध किया. वहीं, केंद्रीय मंत्री खट्टर ने मुख्यमंत्री को राज्य के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया.
फिलहाल राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य है. वही, इंटीग्रेटेड क्लीन एनर्जी पॉलिसी 2024 और ग्रीन हाइड्रोजन पॉलिसी के तहत राजस्थान को अब तक 6.57 लाख करोड़ रुपए का निवेश मिला है. यूएई के साथ हुए एक अहम MoU में 60 गीगावॉट क्षमता के सौर, पवन और हाइब्रिड ऊर्जा प्रोजेक्ट्स का रोडमैप तैयार किया गया है.