राजस्थान में हो रही तेज बारिश के बाद उत्तर पश्चिम रेलवे ने ट्रेनों की आवाजाही को सुरक्षित और सामान्य बनाए रखने के लिए कई एहतियातन कदम उठाए हैं. रेलवे ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 167 स्थानों पर पंप सेट लगाए हैं, ताकि जलभराव की स्थिति में तुरंत पानी निकाला जा सके.
उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि पानी भरने की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सभी स्टेशनों और ट्रैक का सर्वे कर विशेष तैयारी की गई है. ट्रैक के पास की नालियों और पुलों पर निगरानी के लिए 327 जगहों पर स्थायी चौकीदार तैनात किए गए हैं.
जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए रेलवे ने कसी कमर
रेलवे ने संभावित जलभराव वाले क्षेत्रों में बोल्डर, कोयले की राख और गिट्टी का भंडारण कर रखा है. साथ ही जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली जैसी मशीनों को भी अलर्ट मोड में रखा गया है. गश्ती दलों को मानसून की विशेष पेट्रोलिंग के लिए प्रशिक्षित किया गया है.
लेटेस्ट तकनीक के तहत MSDAC उपकरण भी लगाए गए हैं जो बारिश के कारण ट्रैक सर्किट फेल होने की स्थिति में भी ट्रेन संचालन को प्रभावित नहीं होने देते.
रेलवे हर स्थिति पर निगरानी रखे हुए है
अंडरपासों पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं और स्थानीय निकायों के साथ समन्वय बनाकर जल निकासी की व्यवस्था की गई है. रेलवे हर स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए है ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो.