राजस्थान में शुक्रवार को एक 35 साल के युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान दुश्यंत पांडे के रूप में हुई है, जो एक निजी कंपनी में कार्यरत था और अपने माता-पिता और बहनों के साथ कोटा के बोरखेड़ा थाना क्षेत्र में रहता था.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक दुश्यंत ने आत्महत्या से पहले आठ पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने चार लोगों नरेंद्र नगर, रवि तिवारी, शंकर राय और रामभगत को अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
सुसाइड नोट में लिखा है कि ये चारों उसे लंबे समय से आर्थिक मामलों को लेकर प्रताड़ित कर रहे थे, जिससे मानसिक तनाव में आकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया. पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर दुश्यंत अपने कमरे में गया था और रात तक बाहर नहीं आया.
जब शुक्रवार सुबह उसके पिता ने कई बार दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और देखा कि दुश्यंत पंखे से लटका हुआ है.
बोरखेड़ा थाना प्रभारी सर्किल इंस्पेक्टर देवेश भारद्वाज ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दुश्यंत पर कुछ आर्थिक दबाव था और उसके खिलाफ चेक बाउंस के केस भी दर्ज थे. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सुसाइड नोट में जिन लोगों के नाम हैं, उनकी भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है.