मर गई मानवता, शर्मसार हो गई इंसानियत, एक परिवार सड़क पर तड़पता रहा, सिसकता रहा, एक पिता, एक पति, अपनी पत्नी के लिए, अपनी मासूम बच्ची के लिए बेरहम लोगों से मदद की भीख मांगता रहा. लेकिन लोग जैसे कानों में रूई ठूसकर चलते रहे.