अजब ये तेरे शहर का दस्तूर हो गया. हर आदमी इंसानियत से दूर हो गया. आज वारदात की शुरुआत एक पत्थर दिल शहर से. करीब पचास लाख की आबादी वाले इस शहर में एक पूरा परिवार करीब डेढ़ घंटे तक एक मददगार हाथ के लिए तड़पता रहा. इस दौरान उसके पास से हजारों इंसान गुजरे पर मदद का हाथ किसी ने नहीं बढ़ाया. आखिर में पथरीली सड़क पर पत्थरदिल इंसानों के सामने देखते ही देखते उस परिवार के दो लोगों ने दम तोड़ दिया.