रात के अंधेरे में अगर कानून के रखवाले कानून तोड़ने लगें तो समझ लीजिए कि कानून ठीक से काम नहीं कर रहा है. पुलिस का काम है अपराधियों के दिलों में खौफ भरना, न कि अपराध को छुपाना. हाथरस की निर्भया के साथ जो दरिंदों ने किया, वह खौफनाक है लेकिन जो पुलिस ने किया, वह अपने आप में बेहद खतरनाक है. घरवालों की गैरमौजूदगी में, उनकी मर्जी के खिलाफ, उनकी मिन्नतों के बावजूद पुलिस ने गैंगरेप पीड़िता का रात के ढाई बजे अंतिम संस्कार कर दिया. यह इसलिए किया गया जिससे उनकी कमियों पर पर्दा पड़ सके. देखें वारदात, शम्स ताहिर खान के साथ.