40 दिनों तक देश लॉकडाउन की कठिन तपस्या के दौर से गुजरा. लेकिन लॉक डाउन 3 में कुछ रियायतें क्या मिलीं और शराब की दुकानें क्या खुलीं, लगता है कि कोरोना से लड़ने का इरादा ही लोग भूल गए. सरकारों ने अपना खाली खजाना भरने के लिए शराब की दुकानें खोंली, लेकिन वहां तो बिन पिए ही कोरोना के लड़ने के कायदे कानून लड़खड़ाने लगे.