कमलेश ने बीकॉम की पढ़ाई करने के बाद कई जगह नौकरी की जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने खेती-किसानी की तरफ रुख किया, जिसमें जाने से उनकों लोगों ने मना किया. लेकिन उन्होंने खेती में हाथ आजमाते हुए एक एकड़ में पॉलीहाउस लगाकर रंग-बिरंगे शिमला मिर्च और बीजरहित खीरे का उत्पादन करना शुरू किया.