स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने कहा था जब भी कोई व्यक्ति या समाज नया सीखना बंद कर देता है. तो उसे समझ लेना चाहिए कि मौत के जबड़े में है. मौत से उनका मतलब था कि इंसान जिंदा ही तब तक है जब तक वो सीखता है. जैसे ही वो सीखना और समझना बंद कर देता है. कहीं उसके अंदर का इंसना मरना शुरू हो जाता है. हमें अपनी जिंदगी में सबक को उतार कर अपने जीवन में आगे बढ़ना होता है.