कहा जाता है कि जितनी चादर हो उतने ही पैर फैलाने चाहिेए. इसका मतलब जो आपके पास है उसी में ही संतुष्ट होने की कोशिश करनी चाहिए. लेकिन अब समय कहावतों को बदलने का है. जब ज्यादा इच्छाएं होंगी तो इंसान उसी के लिहाज से आगे बढ़ने की कोशिश भी करेगा. लेकिन तर्क के साथ इंसान को आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए. ज्योतिष गुरू दीपक कपूर से जानिए खास उपाय.