केंद्र सरकार ने ओडिशा में राष्ट्रीय राजमार्ग 326 को चौड़ा और मजबूत करने की बड़ी परियोजना को मंजूरी दे दी है. बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई. परियोजना के तहत एनएच-326 के मौजूदा दो लेन वाले हिस्से को पक्के शोल्डर के साथ दो लेन के हाईवे में बदला जाएगा. यह काम 68.600 किलोमीटर से लेकर 311.700 किलोमीटर तक किया जाएगा. परियोजना को ईपीसी मोड के तहत पूरा किया जाएगा.
सरकारी बयान के अनुसार इस परियोजना की कुल पूंजीगत लागत 1,526.21 करोड़ रुपये है. इसमें से 966.79 करोड़ रुपये सिविल निर्माण कार्य पर खर्च किए जाएंगे. सरकार का कहना है कि इस अपग्रेडेशन से सड़क यात्रा पहले की तुलना में तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद बनेगी.
राष्ट्रीय राजमार्ग 326 को चौड़ा किया जाएगा
एनएच-326 के चौड़ीकरण और मजबूती से ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों के विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है. खासतौर पर गजपति, रायगड़ा और कोरापुट जिलों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. इन इलाकों में सड़क ढांचे के मजबूत होने से लोगों की रोजमर्रा की आवाजाही आसान होगी और परिवहन से जुड़ी समस्याएं कम होंगी.
बेहतर सड़क संपर्क से स्थानीय लोगों के साथ-साथ उद्योगों, शैक्षणिक संस्थानों और पर्यटन केंद्रों को भी फायदा होगा. बाजारों तक पहुंच आसान होने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. स्वास्थ्य सेवाओं तक समय पर पहुंच संभव होगी और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. सरकार का मानना है कि यह परियोजना क्षेत्र के समावेशी विकास में अहम भूमिका निभाएगी.
परियोजना की लागत 1,526.21 करोड़ रुपये है
सरकार ने बताया कि एनएच-326 की यह सड़क अस्का के पास एनएच-59 के जंक्शन से शुरू होती है. यह मोहना, रायपंका, अमलाभाटा, रायगड़ा और लक्ष्मीपुर होते हुए आगे बढ़ती है और ओडिशा में ही चिंतुरु के पास एनएच-30 के जंक्शन पर समाप्त होती है. इस पूरे मार्ग को 14 अगस्त 2012 को जारी गजट अधिसूचना के जरिए राष्ट्रीय राजमार्ग 326 घोषित किया गया था. परियोजना के पूरा होने के बाद दक्षिणी ओडिशा में सड़क नेटवर्क मजबूत होगा और विकास से जुड़े कई नए रास्ते खुलेंगे.