उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में 21 जुलाई 2025 को भाजपा विधायक गोलू शुक्ला और उनके पुत्र रुद्राक्ष शुक्ला पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा. सावन के दूसरे सोमवार को भस्म आरती से पहले उन्होंने जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया. मंदिर कर्मचारी ने रोकने की कोशिश की लेकिन रुद्राक्ष ने धमकी देकर अंदर घुसने की कोशिश की.
जबरन गर्भगृह में घुसे भाजपा विधायक गोलू शुक्ला
घटना के बाद मंदिर के लाइव लिंक से वीडियो हटा दिया गया. शुरू में मंदिर प्रशासन ने सफाई दी कि विधायक को अनुमति थी, लेकिन एक दिन बाद उप प्रशासक एसएन सोनी ने स्पष्ट किया कि किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं थी. मामला बढ़ने पर कलेक्टर ने तीन सदस्यीय समिति बनाकर जांच के आदेश दिए.
कांग्रेस का विरोध, FIR की मांग
घटना के विरोध में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महाकाल मंदिर प्रशासक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी ने मांग की कि विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे पर FIR दर्ज हो और मंदिर प्रशासक इस्तीफा दें. प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और एक सप्ताह में रिपोर्ट आने की उम्मीद है.