एमपी अजब है, गजब है, यह बात यूं ही नहीं कही जाती क्योंकि यहां कारनामें भी अजब-गजब सामने आते रहते हैं और जिसे देखकर लोग हैरान हो जाते हैं. इसी तरह का एक और वाक्या श्योपुर में देखने को मिला है. यहां लोगों ने जान जोखिम में डाल रेल की पटरी पर ही अपनी बाइकें दौड़ा दीं. इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
दरअसल, बीते शुक्रवार को बिजली समस्या से जूझ रहे आदिवासियों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया. जिसके कारण श्येापुर-माधोपुर हाइवे में सलापुरा पुलिया पर जाम लग गया. जाम के कारण लोगों को आवाजाही में कठिनाई हुई तो उन्होंने वैकल्पिक रास्ता अपनाया. पहले नैरोगेज पुल से एक युवक ने अपनी बाइक पटरी से निकाली. जिसके बाद तकरीबन 200 से ज्यादा बाइकें नेरोगेज ट्रैक से गुजरीं.
यह भी पढ़ें: ‘दिव्यांग’ कह देने से जिंदगी नहीं बदलती, मध्य प्रदेश में आज भी मिल रही सिर्फ ₹600 पेंशन
आपको बता दें कि इस रेलवे ट्रैक पर नीचे चंबल नदी है. अगर इस दौरान थोड़ी से चूक होती तो बाइक समेत लोग कई फीट नीचे मौत के मुंह में समा जाते. हालांकि, अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ऐसे में प्रशासन पर भी सवाल उठता है कि प्रदर्शन की वजह से सड़क पर जाम लगा तो वाहन चालकों के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता क्यों नहीं निकाला गया?
वहीं अगर कोई बड़ी अनहोनी होती तो इसका जिम्मेदार कौन होता. बता दें कि यह ट्रैक श्योपुर से ग्वालियर के बीच चलने वाली सिंधिया रियासत कालीन नैरोगेज ट्रेन का है. इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन करीब 7 साल पहले बंद हो चुका है.