मध्य प्रदेश के इंदौर में मेट्रो रेल सेवा इस महीने या फरवरी में शुरू होने की संभावना है, क्योंकि मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) को मंजूरी के लिए दस्तावेज सौंपने का काम अंतिम चरण में है.
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (MPMRCL) के एक अधिकारी ने बताया कि CMRS से हरी झंडी मिलने के बाद शहर में मेट्रो रेल का संचालन इस महीने या फरवरी से शुरू हो सकता है.
कॉरपोरेशन के अधिकारी ने बताया, MPMRCL की ओर से सीएमआरएस को जरूरी दस्तावेज सौंपने का काम अंतिम चरण में है. दस्तावेज सौंपने के बाद सीएमआरएस मेट्रो रेल के डिपो और स्टेशनों के निरीक्षण की तिथि तय कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे."
बताया गया कि शुरुआत में गांधी नगर स्टेशन और सुपर कॉरिडोर के स्टेशन नंबर तीन के बीच 5.90 किलोमीटर के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर मेट्रो रेल का संचालन किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि इस रूट पर ट्रायल रन पिछले सितंबर में किया गया था.
हालांकि, इस रूट पर बिखरी आबादी के कारण मेट्रो रेल को शुरुआत में यात्रियों की कमी का सामना करना पड़ सकता है.
MPMRCL के अधिकारी ने कहा, "एक बार जब मेट्रो रेल शुरू हो जाएगी और इसका रूट बढ़ जाएगा, तो यात्रियों की कमी नहीं होगी. शहर के स्टेशनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि उनसे छह कोच की ट्रेन चलाई जा सके.
उन्होंने कहा, "लेकिन शुरुआत में हम तीन कोच वाली ट्रेन चलाएंगे। अगर यात्रियों की संख्या बढ़ती है, तो तीन और कोच जोड़े जा सकते हैं." उनके मुताबिक, एक मेट्रो रेल कार में 50 सीट वाले समेत 300 यात्री सफर कर सकते हैं.
अधिकारी ने कहा, "इंदौर में कुल 7,500.80 करोड़ रुपये की लागत वाली मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की नींव 14 सितंबर, 2019 को रखी गई थी. इसके तहत शहर में करीब 31.50 किलोमीटर का रिंग के आकार का मेट्रो रेल कॉरिडोर बनाया जाना है."