मध्य प्रदेश के मुरैना नगर निगम में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी चरम पर पहुंच गई है. यह नजारा उस वक्त सामने आया जब एक जायज काम कराने के लिए भी अधिकारियों और बाबूओं द्वारा रिश्वत की डिमांड की गई. हालांकि, पीड़ित युवक ने साहस दिखाते हुए सीधे महापौर के समक्ष पहुंचकर मोबाइल पर रिश्वतखोरी का खुलासा कर दिया, जिसके बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया.
दरअसल, यह पूरा मामला मुरैना के पंकज राठौर से जुड़ा हुआ है. पंकज राठौर को अपने प्लॉट का नामांतरण करवाना था और उस पर घर बनवाने की अनुमति लेनी थी. इस संबंध में पंकज राठौर ने मुरैना नगर निगम के बाबू से संपर्क किया जिसके बाद बाबू ने जायज फीस जमा करने के साथ-साथ अलग-अलग अधिकारियों की 'रिश्वत की रेट लिस्ट' भी खोल के रख दी.
खास बात यह रही कि पैसे के लेनदेन के बावजूद भी पंकज राठौर का काम होते दिखाई नहीं दिया. पंकज राठौर सीधा नगर निगम की महापौर शारदा सोलंकी के पास पहुंच गया. यहां उसने महापौर के समक्ष मोबाइल पर नगर निगम के कर्मचारियों से बात की और कर्मचारियों से पूरी बात उगलवाई कि आखिर कौन से अधिकारी को कितना पैसा रिश्वत का देना पड़ेगा. देखें Video:-
नगर निगम कमिश्नर ने कहा, महापौर के समक्ष मामला आया था. अभी मेरे पास नहीं आया है. लेकिन मैं इस मामले की जांच करवाउंगा और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.