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'नम नम नमकीन के पैकेट, ती ती तीस रुपइया के', कच्चा बादाम के बाद वायरल हुआ ये Video

भोपाल के रहने वाले नसीम अहमद का वीडियो इन दिनो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह अनोखे अंदाज में नमकीन बेचते दिख रहे हैं. "नम नम नम नम नमकीन के पैकेट और ती ती ती ती ती तीस रुपइया के" गाते हुए जब नसीम नमकीन बेचते हैं तो खरीददार भी उनकी तरफ खिंचे चले आते हैं. नमकीन बेचने के उनके इस अनोखे अंदाज को काफी पसंद किया जा रहा है.

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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो.

कच्चा बादाम और कच्चा अमरूद के वायरल होने के बाद अब एक और वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ है. इस वीडियो में नमकीन बेचने वाला व्यक्ति "नम नम नम नम नमकीन के पैकेट और ती ती ती ती ती तीस रुपइया के" गाता हुआ नमकीन बेचता हुआ दिखाई दे रहा है. वीडियो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है.

वीडियो में स्कूटर पर थैली में रखकर नमकीन बेचने वाला एक व्यक्ति अनोखे अंदाज में आवाज लगा रहा है और लोगों को नमकीन खरीदने बुला रहा है. इस दौरान वह अपने नमकीन की खासियत भी बता रहा है. इस वीडियो को और इस नमकीन बेचने वाले के अनोखे अंदाज को लोग खूब पसंद कर रहे हैं.

'आजतक' की टीम ने जब इस शख्स से बात की तो उन्होंने बताया कि उनका नाम नसीम अहमद है. वह भोपाल के शाहजहानाबाद इलाके में रहते हैं और जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है वह भोपाल के कर्बला इलाके का है.

पेशे से स्कूटर मैकेनिक हैं नसीम

पेशे से स्कूटर मैकेनिक नसीम अहमद अपनी दो बेटियों और पत्नी के साथ भोपाल के शाहजहांबाद इलाके के कुम्हारपुरा में रहते हैं. उन्होंने 30 साल तक स्कूटर मैकेनिक का काम किया. लेकिन कमर में तकलीफ के चलते उन्होंने वह काम छोड़ दिया और पिछले 6 साल से नमकीन बेचने का काम शुरू कर दिया. अब वह इसी तरह रोजाना अलग-अलग मोहल्ले में जाते हैं और अपने अनोखे अंदाज में अपने नमकीन का प्रचार करते हैं.

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जब नसीम से पूछा गया कि उनके इस अलग अंदाज से नमकीन बेचने की वजह क्या है तो उन्होंने बताया कि इसकी दो वजह हैं. एक यह कि लोगों का मनोरंजन होता है और दूसरा यह कि मेरी आवाज सुनकर लोग मेरी तरफ आ जाते हैं और मेरा नमकीन खरीद लेते हैं.

परिवार के साथ नसीम अहमद.
परिवार के साथ नसीम अहमद.

नमकीन बेचने में आती थी शर्म

नमकीन बेचने का काम करने की शुरुआत को लेकर नसीम बताते हैं कि इस काम की शुरुआत उनकी पत्नी ने की. उन्होंने बताया, ''मुझे तो शुरू में नमकीन बेचने में शर्म आती थी. मैं अपनी पत्नी के साथ जाता था वह और वह मल्टियों में जाकर नमकीन बेचा करती थी. मैं तो शर्म के मारे छुप जाता था. हमने 160 रुपये से शुरुआत की थी. आज हम आत्मनिर्भर हो गए हैं. हमारा परिवार सुखी सुखी रह रहा है.'' नसीम रोजाना फैक्ट्री से होलसेल में नमकीन खरीद कर लाते हैं और फिर उसे बस्तियों में जाकर बेचते हैं.

 

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