मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में धार्मिक समारोह में मटका कुल्फी खाने से 55 लोग बीमार हो गए. इनमें से दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. बीमार होने वालों में 25 बच्चे शामिल हैं. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मटका कुल्फी के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे दिए हैं.
फिलहाल, अस्पताल से 20 बच्चों और 10 अन्य लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. बाकी बीमार लोगों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, बुधवार को छतल गांव के मंदिर में धार्मिक कार्यक्रम हुआ था. इस दौरान गांव में मेला भी लगा था.
वहां मौजूद लोग इसका आनंद ले रहे थे. इसी बीच कुछ लोगों ने एक मटका कुल्फी के ठेले से मटका कुल्फी लेकर खाई. इसके बाद लोगों को पेट दर्द के साथ-साथ उल्टी और दस्त होने लगे. आनन-फानन में लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
ठेले से लोगों ने खरीदी थी मटका कुल्फी- स्वास्थ्य अधिकारी
मामले में खरगोन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दौलत सिंह चौहान ने बताया कि जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर छतल गांव के मंदिर में बुधवार को एक धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया था. इस दौरान लोगों ने दिनेश कुशवाहा के ठेले से खरीदकर मटका कुल्फी खाई थी.
25 बच्चों समेत 55 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती
इसके बाद लोगों को फूड पॉइजनिंग के कारण पेट में दर्द, उल्टी और पेट खराब हो गया. शिकायत के बाद 25 बच्चों समेत 55 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉ. दौलत सिंह ने आगे बताया कि इनमें दो बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया. अधिकारियों ने कहा है कि सभी लोगों की स्वास्थ्य स्थिति अब स्थिर है.
20 बच्चों और 10 अन्य लोगों को किया डिस्चार्ज- मेडिकल ऑफिसर
वहीं, अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिलीप सेप्टा ने कहा कि अब तक 20 बच्चों सहित 30 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. बाकी लोगों का इलाज किया जा रहा है. उन लोगों को भी जल्द अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.