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डॉक्टर की बिना परमिशन के बिल्कुल भी ना खाएं ये सप्लीमेंट्स, हो सकते हैं खतरनाक!

कुछ सप्लीमेंट प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के साथ रिएक्शन कर सकते हैं, या तो उनकी प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं या साइड इफ़ेक्ट को बढ़ा सकते हैं. हम आपको उन सप्लीमेंट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको बिना प्रिस्क्रिप्शन के लेने से बचना चाहिए.

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किसी भी सप्लीमेंट को डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए.
किसी भी सप्लीमेंट को डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए.

कुछ सप्लीमेंट्स को आपको डॉक्टर की परमिशन के बिना नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इससे खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, दवाओं के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं या आपकी मौजूदा हेल्थ कंडीशन को और भी खराब कर सकते हैं.  जबकि कई सप्लीमेंट्स को नेचुरल और सेफ माने जाते हैं, फिर भी वे खतरा पैदा कर सकते हैं, खासकर जब बड़ी खुराक में या लंबे समय तक लिया जाता है. बिना डॉक्टर से चेकअप करवाएं आप ये बात नहीं जान  सकते कि आपके शरीर में किस पोषक तत्व की कमी है या किसकी नहीं. कुछ सप्लीमेंट प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के साथ रिएक्शन कर सकते हैं, या तो उनकी प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं या साइड इफ़ेक्ट को बढ़ा सकते हैं. हम आपको उन सप्लीमेंट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको बिना प्रिस्क्रिप्शन के लेने से बचना चाहिए.

विटामिन ए- विजन और इम्यून हेल्थ के लिए जरूरी होने के बावजूद, विटामिन ए की ज्यादा खुराक विषाक्त हो सकती है. ज्यादा सेवन से गर्भवती महिलाओं में लिवर डैमेज, सिरदर्द, चक्कर आना, मतली और यहां तक की जन्म दोष भी हो सकते हैं. क्योंकि यह फैट में घुलनशील विटामिन है, इसलिए यह शरीर से बाहर निकलने के बजाय शरीर में जमा हो जाता है, जिससे ओवरडोज का खतरा बढ़ जाता है. जिन लोगों को पहले से ही डाइट के जरिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन मिल रहा है, उन्हें बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट लेने से बचना चाहिए.

विटामिन डी- हड्डियों की हेल्थ और इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए जाना जाने वाला विटामिन डी ज्यादा खुराक में खून में कैल्शियम के निर्माण (हाइपरकैल्सीमिया) का कारण बन सकता है, जिससे किडनी डैमेज, हार्ट डिजीज जैसे समस्याएं हो सकती हैं. इसे विटामिन डी के लेवल के टेस्ट के बिना नहीं लेना चाहिए.

आयरन- आयरन सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल आम तौर पर एनीमिया के इलाज के लिए किया जाता है, लेकिन बहुत ज्यादा आयरन कब्ज, मतली, पेट दर्द का कारण बन सकता है. शरीर के पास खून की कमी के अलावा एक्स्ट्रा आयरन को खत्म करने का कोई नेचुरल तरीका नहीं है. जिन लोगों में आयरन की कमी नहीं होती है, वे आयरन की अधिकता से पीड़ित हो सकते हैं.

कैल्शियम- कैल्शियम हड्डियों और दांतों की हेल्थ का सपोर्ट करता है, लेकिन ज्यादा खाने से किडनी की पथरी हो सकती है और धमनियों में प्लाक जमने लगता है जिससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. इसका सेवन आपको तभी करना चाहिए जब डॉक्टर कहे.

पोटेशियम- पोटेशियम फ्लूइड बैलेंस, हार्ट समेत मांसपेशियों के संकुचन को बनाए रखने में मदद करता है. डॉक्टर की सलाह के बिना इसे लेना खतरनाक साबित हो सकता है. इसे ज्यादा मात्रा में खाने से हार्ट बीट की समस्या हो सकती है.

मेलाटोनिन- मेलाटोनिन का इस्तेमाल अक्सर नींद की समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है, लेकिन ज़्यादा खुराक या लंबे समय तक इस्तेमाल से नेचुरल हार्मोन साइकिल बाधित हो सकता है, खास तौर पर बच्चों और एडल्ट्स में. यह ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दवाओं के साथ भी रिएक्शन कर सकता है.

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