क्या आप भी बहुत ज्यादा सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं? बहुत से लोग एनर्जी कम होने, बालों की ग्रोथ बढ़ाने, ग्लोइंग स्किन पाने के लिए सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं. लेकिन क्या कभी आपने महसूस किया कि सप्लीमेंट्स आपके शरीर पर असर नहीं कर रहे हैं या आपको सप्लीमेंट्स का फायदा नहीं मिल पा रहा है? कई बार लोग सप्लीमेंट्स खाते हुए कई तरह की गलतियां करते हैं. कुछ लोग जरूरत से ज्यादा सप्लीमेंट्स खाते हैं और कुछ लोग सप्लीमेंट्स के साथ कुछ ऐसी चीजों का सेवन करते हैं जो सप्लीमेंट्स के फायदों को रोक देती हैं.
सप्लीमेंट्स के साथ कुछ चीजों को खाने से आपकी किडनी, लिवर और हार्ट पर लोड काफी ज्यादा बढ़ जाता है और इन्हें जरूरत से ज्यादा काम करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में
कैल्शियम और आयरन- हड्डियों के लिए कैल्शियम और एनर्जी के लिए आयरन लेना कई बार ठीक लगता है लेकिन यह बिल्कुल भी ठीक नहीं माना जाता. कैल्शियम आपके शरीर की आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को रोकता है.
जिंक और कॉपर- जिंक आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने, स्किन को साफ करने और यहां तक कि हार्मोन हेल्थ का सपोर्ट करने के लिए बहुत ज़रूरी है. लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा जिंक ले रहे हैं तो आप अनजाने में अपने शरीर के कॉपर स्टोरेज को खत्म कर रहे हैं.
जी हाँ, जिंक और कॉपर आपके पेट में एक ही अवशोषण स्पॉट के लिए लड़ते हैं. और बहुत ज्यादा जिंक लेने से आपके शरीर में कॉपर की कमी हो सकती है. शरीर में कॉपर का लेवल कम होने पर एनीमिय़ा, हड्डियों का आसानी से टूट जाना और नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
विटामिन ई और रक्त पतला करने वाली दवाएं
विटामिन ई लोगों का पसंदीदा है. यह आपकी स्किन, हार्ट और ओवरऑल एंटी-एजिंग के लिए बहुत अच्छा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके रक्त को पतला भी करता है? यह आपके लिए तब तक फायदेमंद होता है जब तक इसे आप खून पतला करने वाली दवाओं या फिश ऑयल के साथ ना लें. इस कॉम्बिनेशन से ब्लीडिंग, नाक से खून बहना या अचानक दिखने वाली चोटों का खतरा बढ़ सकता है. अगर आप वारफेरिन, एस्पिरिन या ओमेगा-3 जैसी दवाएं ले रहे हैं, तो अपने विटामिन ई के सेवन पर कंट्रोल रखें.
मैग्नीशियम और कैल्शियम
मैग्नीशियम और कैल्शियम मांसपेशियों की हेल्थ, हड्डियों की मजबूती और नर्वस फंक्शन के लिए जरूरी हैं. लेकिन इनका बैलेंस होना जरूरी है. बहुत ज्यादा कैल्शियम मैग्नीशियम के अवशोषण में बाधा डाल सकता है, और बहुत ज्यादा मैग्नीशियम आपके कैल्शियम के लेवल को बिगाड़ सकता है. अगर आपका रेशियो बहुत ज्यादा गड़बड़ है, तो आपको ऐंठन, मांसपेशियों में घबराहट या असमान हार्ट बीट का सामना करना पड़ सकता है.
विटामिन डी और विटामिन ए
ये दोनों ही फैट में घुलनशील विटामिन हैं, जिसका मतलब है कि ये विटामिन सी की तरह आपके शरीर से बाहर नहीं निकलते - ये शरीर में बने रहते हैं. और जब आप दोनों की हाई डोज लेना शुरू करते हैं, तो आपको विटामिन टॉक्सिसिटी हो सकती है. विटामिन ए की टॉक्सिसिटी से आपको मितली आ सकती है, आपके लिवर में गड़बड़ी हो सकती है और यहां तक कि आपके आंखों की रोशनी पर भी बुरा असर पड़ता है. विटामिन डी का ज्यादा सेवन आपके खून में बहुत ज्यादा कैल्शियम पैदा कर सकता है, जिससे किडनी संबंधी समस्याएं या पथरी हो सकती है.