हमारे खून में दो तरह का कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल. बैड कोलेस्ट्रॉल को काफी खतरनाक माना जाता है. धमनियों में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने पर दिल तक खून सही मात्रा में नहीं पहुंच पाता जिस कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि का खतरा बढ़ जाता है.
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल मैनेज करने से आपकी ओवरऑल हेल्थ सही रहती है. कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने के लिए हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल को जरूरी माना जाता है. तो अगर आप भी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करना चाहते हैं तो इन नियमों को फॉलो करें.
डाइट- कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए डाइट सबसे जरूरी रोल निभाती है. अपनी डाइट में प्रोसेस्ड चीजों की बजाय फ्रूट्स, नट्स, सीड्स, फिश और ऑलिव ऑयल को शामिल करें. कोशिश करें कि डाइट में हेल्दी फैट्स को बढ़ाएं. इससे आपके हार्ट डिजीज का खतरा 30 फीसदी तक कम हो सकता है.
एक्सरसाइज- एक फिट लाइफस्टाइल के लिए डाइट के बाद फिजिकल एक्टिविटी महत्वपूर्ण चीज है. शरीर को सही तरीके से चलाने के लिए फिजिकल एक्टिविटी की जरूरत काफी ज्यादा होती है. एचडीएल को बेहतर बनाने और एलडीएल लेवल को कम करने के लिए हफ्ते में कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें. इससे प्लाक बिल्डअप को कम करने में भी मदद मिल सकती है.
वेट मैनेजमेंट- हार्ट डिजीज, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करने के लिए जरूरी है कि आप अपने वजन को मैनेज करें. मोटापे के कारण प्लाक बिल्डअप होने लगता है.
स्ट्रेस मैनेजमेंट- स्ट्रेस हमारी लाइफ का एक हिस्सा है. लेकिन जरूरी है कि आप इसे मैनेज करके रखें. जब आप लंबे समय तक स्ट्रेस में रहते हैं तो इससे आपके दिमाग में कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ने लगता है. इसे स्ट्रेस हार्मोन भी कहा जाता है. दिमाग में जब स्ट्रेस हार्मोन का लेवल बढ़ने लगता है तो कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है. इससे शरीीर में इंफ्लेमेशन बढ़ने लगती है जिससे गुड कोलेस्ट्ऱॉल पर बुरा असर पड़ता है.
स्मोकिंग छोड़ें- जब आप स्मोक करते हैं तो इससे आपके लंग्स, लिवर पर काफी ज्यादा प्रेशर पड़ता है और दिल को ऑक्सीजन पंप करने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इससे आर्टरीज की लाइनिंग भी डैमेज होने लगती हैं.
क्वालिटी स्लीप- युवाओं के लिए जरूरी है कि वह कम से कम 8 से 9 घंटे की नींद लें. नींद पूरी ना होने पर बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल तेजी से बढ़ने लगता है.