वजन घटाने के लिए ऐसी डाइट फॉलो करनी पड़ती है, जिसमें कैलोरी कम हो. दरअसल, इस मैकेनिज्म में आप एक दिन में जितनी कैलोरी बर्न करते हैं आपको उससे कम कैलोरी लेनी होती है. जब इस मैकेनिज्म को फॉलो करते हुए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की जाती है तो यह न केवल फैट को कम करने में मदद करता है, बल्कि मसल्स ग्रो करने में भी मददगार साबित होता है. अगर आप भी इस मैकेनिज्म को फॉलो कर रहे हैं और तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो 25 किलो वजन कम करने वाली एक फिटनेस कोच के बताए 10 टिप्स को फॉलो कर सकते हैं. चलिए जानते हैं इन टिप्स के बारे में.
1. जितनी कैलोरी आप बर्न करते हैं उससे कम खाएं: फैट लॉस करने के लिए आपको अपनी डाइट इस तरह से सेट करनी होगी कि आप उससे कम कैलोरी खाएं.
2. फल वजन नहीं बढ़ाते: ये बात आपको अपने दिमाग में डालनी होगी कि फल आपको मोटा नहीं करते. फलों में चीनी होती है, लेकिन इनमें फाइबर और पोषक तत्व भी होते हैं.
3. खाली पेट कार्डियो जादू नहीं करता: ऐसा नहीं है कि वजन कम करने के लिए खाली पेट एक्सरसाइज/कार्डियो करने आपकी बॉडी पर जादुई असर दिखता है. ऐसे में सिर्फ और सिर्फ खाली पेट कार्डियो करना वेट लॉस करने का तरीका नहीं है.
4. नाश्ता करना जरूरी नहीं: अपने दिन की शुरुआत 30 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन से करने से आपको पूरे दिन अपनी भूख कंट्रोल करने में मदद जरूर मिलती है. लेकिन अगर आपको लगता है कि आपको नाश्ता नहीं करना तो ना करें.
5. ग्रीन पाउडर आपको फैट कम करने में नहीं करते मदद: ग्रीन पाउडर सब्जियों की जगह नहीं ले सकते. ये खाने से अच्छा है कि आप हरी सब्जियां खाएं. ग्रीन पाउडर आपकी फैट कम करने और डाइजेशन से जुड़ी परेशानियां कम करने में मदद नहीं करता है.
6. फैट कम करने के लिए कार्ब्स छोड़ने की जरूरत नहीं है: जब तक आपका कैलोरी इनटेक कम रहता है, तब तक आप चावल, ब्रेड या कोई भी कार्ब्स से भरपूर फूड बिना किसी टेंशन के खा सकते हैं. इन्हें छोड़ने की जरूरत नहीं है.
7. फैट्स/कार्ब्स मॉनिटर करना जरूरी नहीं: वजन कम करने के लिए आपको कार्ब्स या फैट्स को मॉनिटर करने की जरूरत नहीं. अगर आप रिजल्ट चाहे हैं तो आप बस अपनी कैलोरी और प्रोटीन पर नजर रखें.
8. इंटरमिटेंट फास्टिंग फैट घटाने का जादुई तरीका नहीं: यह सिर्फ आपके खाने के समय को सीमित करता है. अगर आप उस समय में अपने शरीर द्वारा बर्न की गई कैलोरी से ज्यादा खाते हैं, तो भी आपका वजन बढ़ेगा.
9. फैट घटाने के लिए हाई-इंटेंसिटी कार्डियो लो-इंटेंसिटी कार्डियो से बेहतर नहीं है: ऐसा नहीं है कि वजन घटाने के लिए आपको हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट ही करना पड़ेगा. लो-इंटेंसिटी वर्कआउट भी उतना ही कारगर है. लो इंटेंसिटी कार्डियो से उबरना आसान होता है और इससे आप थका हुआ महसूस नहीं करते.
10. चर्बी कम करने का कोई एक सही तरीका नहीं है: वेट लॉस करने का सबसे अच्छा तरीका वह है जो आपके और आपके शरीर के लिए काम करता है.