देश भर में हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले कुछ समय में एक के बाद एक कई मशहूर हस्तियों को हार्ट अटैक आने की खबरें सामने आई हैं जिनमें कई लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी. दिल की बीमारियों और उससे होने वाली मौत की घटनाओं ने हर किसी को खौफ से भर दिया है. सबसे ज्यादा खौफनाक बात यह है कि हार्ट अटैक की कई घटनाओं में जान गंवाने वाले लोग युवा और पूरी तरह सेहतमंद थे. हार्ट अटैक को रोकने के लिए सबसे जरूरी है कि हमें पता होना चाहिए कि हमारे दिल की धमनियों में कोई बड़ी रुकावट तो नहीं है.
दिल की धमनियां (कोरोनरी आर्टरी) आपके शरीर की प्रमुख रक्त वाहिकाएं हैं जो आपके दिल तक रक्त की आपूर्ति करती हैं. अगर इनमें कुछ गड़बड़ होती है या इनमें किसी वजह से ब्लॉकेज आ जाता है तो यह आमतौर पर आपको हार्ट अटैक के कई चेतावनी संकेत देती हैं.
ये हैं चेतावनी संकेत
दिल की नसें ब्लॉक होने पर आपको सीने में भारीपन हो सकता है. थोड़ी सी मेहनत करने पर भी आप हांफने लगते हैं या आपको सीने में दर्द, घुटन, बेचैनी और अस्वस्थ महसूस होता है, तो यह हार्ट अटैक आने के लक्षण हो सकते हैं. थकान, सांस फूलना, दिल की धड़कन का अचानक तेज हो जाना भी हार्ट अटैक आने का संकेत है जो आपकी धमनियां आपको दे रही हैं. इसके अलावा दिल के रोग, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को सीने में होने वाला दर्द या दबाव हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
हार्ट में गड़बड़ी के संकेत मिलने पर क्या करें
अगर किसी मरीज को ये लक्षण महसूस होते हैं तो उन्हें तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट यानी दिल के डॉक्टर को दिखाना चाहिए. खासकर अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियों की फैमिली हिस्ट्री है तो आपको अपने दिल का कंप्लीट चेकअप करवाना चाहिए.
हार्ट अटैक आने पर क्या करें
हार्ट अटैक के शुरुआती संकेतों में सीने में तेज दर्द, भारीपन, जबड़े, पीठ या बाएं हाथ में झनझनाहट, पसीना आना और बेचैनी महसूस होती है. ऐसा होने पर आपको तुरंत मदद के लिए इमरजेंसी मेडिकल हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करना चाहिए. मेडिकल हेल्प आने तक आप मरीज को एस्पिरिन की एक गोली खिला सकते हैं.
क्या है इलाज
ऐसे मरीज जिन्हें 70 फीसदी से कम ब्लॉकेज है, उनका इलाज दवाओं से हो जाता है. लक्षणों के साथ 75 प्रतिशत से अधिक ब्लॉकेज वाले रोगियों का इलाज या तो एंजियोप्लास्टी या बाईपास सर्जरी के जरिए किया जाता है.
दिल को कैसे रखें दुरुस्त
1. तंबाकू का सेवन बंद करें.
2. शराब से परहेज करें.
2. डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों को काबू में रखें जिसके लिए इनकी नियमित जांच करानी चाहिए.
3. तनाव से बचें.
4. हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें.
5. हेल्दी फूड खाएं और नमक, फैट और चीनी से बनें खाद्य पदार्थों से बचें. मिठाई, जंक फूड और स्ट्रीट फूड से दूर रहने की कोशिश करें.
6. वजन कंट्रोल में रखें
7. नियमित तौर पर व्यायाम करें. स्वस्थ और फिट रहने के लिए आप सप्ताह में कम से कम 5 दिन 35-45 मिनट की ब्रिस्क वॉक कर सकते हैं.