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Belly Fat: 30 की उम्र के बाद क्यों बढ़ता है बेली फैट? AIIMS ट्रेन्ड डॉक्टर ने बताई इसके पीछे की असली वजह

Belly Fat After 30: AIIMS, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से ट्रेनिंग ले चुके गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने 30 की उम्र के बाद तेजी से बेली फैट बढ़ने के कारण और उससे बचने के उपाय बताए हैं. इन्हें अपनाकर आप न सिर्फ बेली फैट को बढ़ने से रोक सकते हैं, बल्कि अपनी ओवरऑल हेल्थ भी बेहतर बना सकते हैं.

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30 की उम्र के बाद बेली फैट बढ़ने के कारण  (Photo- pixabay)
30 की उम्र के बाद बेली फैट बढ़ने के कारण (Photo- pixabay)

आज के दौर में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से बेली फैट बढ़ना काफी आम हो गया है. एक बार बेली बढ़ने के बाद इसे कम करना आसान नहीं होता, खासकर 30 की उम्र के बाद. इस उम्र के बाद बेली फैट कम करना पहले के मुकाबले ज्यादा मुश्किल लगने लगता है.

हाल ही में हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से ट्रेनिंग ले चुके गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने अपने इंस्टाग्राम पर बताया कि क्यों डाइट और लाइफस्टाइल में बिना किसी बदलाव के भी 30 की उम्र के बाद ज्यादातर लोगों का बेली फैट बढ़ने लगता है. डॉ. सेठी कहते हैं कि पहले जो खाना नुकसान नहीं करता था, वही अब बेली फैट बढ़ने का कारण बन जाता है. पहले जैसी एक्सरसाइज करने पर भी उतना असर नहीं दिखता. 

डॉ. सेठी के मुताबिक, यह बदलाव शरीर में अचानक नहीं होता, बल्कि उम्र के साथ शरीर में होने वाले कुछ नेचुरल बदलावों की वजह से होता है. 

मसल्स का कम होना
डॉ. सेठी के अनुसार, 30 साल की उम्र के बाद हर दस साल में शरीर की 3–8% मसल्स धीरे-धीरे कम होने लगती हैं. जब शरीर में मसल्स होती हैं तो शरीर आराम करते हुए भी कैलोरी बर्न करता रहता है. वहीं, उम्र बढ़ने के साथ मसल्स कम होने से फैट बर्न भी कम हो जाता है. इसकी वजह यह है कि शरीर में ग्लूकोज को इस्तेमाल करने का लगभग 70–80% काम मसल्स ही करती हैं. डॉ. सेठी बताते हैं कि जब मसल मास कम होता है तो शुगर खून में ज्यादा देर तक रहती है और बेली फैट के रूप में जमा होने लगती है.

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इंसुलिन सेंसिटिविटी का कम होना
उम्र बढ़ने के साथ बॉडी इंसुलिन सेंसिटिविटी भी हर दस साल में लगभग 4–5% कम हो जाती है. इसका मतलब है कि पहले जितनी मात्रा में कार्ब्स खाने से कोई दिक्कत नहीं होती थी, वही मात्रा अब ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देती है. इससे फैट जल्दी जमा होने लगता है, खासकर कमर और पेट के आसपास.

हार्मोन्स में बदलाव
30 की उम्र के बाद शरीर में कुछ हार्मोन्स का लेवल बदलने लगता है. ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन, टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन्स का लेवल कम होने लगता है, जबकि कोर्टिसोल बढ़ जाता है. डॉ. सेठी के अनुसार, यह बदलाव पेट के गहरे हिस्से में फैट जमा होने को बढ़ावा देता है.

इन सभी बदलावों के कारण 30 के बाद ज्यादातर लोगों का बेली फैट बढ़ने लगता है. डॉ. सेठी कहते हैं कि यह असर उन लोगों में और ज्यादा होता है जिन्हें फैटी लिवर, प्रीडायबिटीज, डायबिटीज या हाई ट्राइग्लिसराइड्स की समस्या होती है क्योंकि इंसुलिन रेजिस्टेंस ज्यादा फैट को पेट और लिवर में जमा करता है.

फिर 30 के बाद बेली फैट कम करने के लिए क्या करना चाहिए?

  • प्रोटीन से भरपूर डाइट लें
  • हफ्ते में कम से कम तीन बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें
  • इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने के लिए रोजाना वॉक करें और खुद को एक्टिव रखें
  • रोजाना 7–8 घंटे अच्छी नींद लें
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