पांच करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम खर्च होने के बाद भी बच्चे पैदा नहीं हुए. हम बात किसी टेस्ट ट्यूब बेबी या उसके माता पिता की नहीं कर रहे बल्कि उस पहाड़ी मैना की कर रहे है जिसे छत्तीसगढ़ सरकार ने अपना राजकीय पक्षी घोषित किया है.