रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने राम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन और प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर हो रही तैयारियों के संबंध में बताया कि मुख्य सड़क से लेकर गर्भ गृह तक, एक चौड़ी सड़क बनाई गई है. ये वही सड़क है, जिससे तमाम आला अधिकारी और वीआईपी आ रहे हैं और प्रधानमंत्री भी इसी सड़क से आएंगे.
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उन्होंने बताया कि गर्भ गृह के नजदीक ही एक वाटर प्रूफ टेंट बनाया गया है. इसमें बड़ी तादाद में लोगों को बैठाया जा सकता है, लेकिन कोरोना की वजह से कम लोगों को ही आमंत्रित किया गया है. सत्येंद्र दास ने बताया कि लोगों के बैठने का इंतजाम करते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा. लोगों के बैठने का इंतजाम दूर-दूर किया जाएगा.
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रामलला विराजमान के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के मुताबिक बेहद ही मजबूत वाटर प्रूफ टेंट विशाल आकार का बनाया गया है. सभी कार्यक्रम इसके अंदर ही संपन्न कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन का कार्यक्रम उसी गर्भ गृह पर रखा गया है, जहां साल 1949 से रामलला विराजमान थे. सत्येंद्र दास ने बताया कि फिलहाल उस जगह को पूरी तरीके से समतल कर दिया गया है. विद्वान वैदिक ब्राह्मणों का दल इस विशिष्ट भूमि पूजन को संपन्न कराएगा.
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गौरतलब है कि राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. सूत्रों के मुताबिक पीएम के अयोध्या में 1.00 बजे तक रुकने का कार्यक्रम है. मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए देश के अलग-अलग इलाकों, नदियों और तीर्थ स्थलों से पवित्र मिट्टी और जल अयोध्या पहुंचने लगा है.