उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के लेकर प्रशासन अलर्ट पर है. लखनऊ में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़कने की आशंका को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है. जुमे की नमाज में इकट्ठे होने वाले लोगों पर भी प्रशासन की नजर है.
लखनऊ में बड़े अधिकारियों के निर्देश पर सभी थानों में पीस कमेटी के साथ बैठक चल रही है. इस दौरान लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एडीजी जोन एसएन साबत, आईजी एसके भगत, सीओ चौक दुर्गा प्रसाद तिवारी, एडीएम, एसीएम, क्षेत्रवासी और मुस्लिम उलेमा भी महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं.
जुमे की नमाज के बाद लखनऊ में किसी तरह की हिंसा न फैले इस मुद्दे पर बातीचत की जा रही है. दरअसल, पिछले हफ्ते राजधानी में हुई हिंसा के बाद से ही पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने की सबसे अपील कर रही है.
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के बारे में आला अधिकारी लगातार जानकारी दे रहे हैं. प्रशासन शाम 6:30 बजे के बाद इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा सकता है.
लखनऊ के स्कूलों को 27 और 28 दिसंबर तक बंद कर दिया गया है. हालांकि स्कूल को बंद करने की पीछे क्षेत्र में बढ़ती ठंड मुख्य वजह है, लेकिन इससे प्रशासन को थोड़ी राहत मिल सकती है.
पिछले हफ्ते लखनऊ में हुई हिंसा के बाद पुलिस लगातार एक्शन में है और तेजी से कार्रवाई को अंजाम दे रही है. पुलिस सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों की भी धरपकड़ करने में जुट गई है. पुलिस लखनऊ हिंसा मामले में अब तक ट्विटर पर 7513, फेसबुक पर 9076 और यूट्यूब पर 172 सोशल मीडिया पोस्ट समेट कुल 16761 पोस्ट को चिन्हित कर चुकी है.
पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान में भी जुटी है और कुछ आरोपियों की तस्वीर जारी कर उनकी तलाश का जा रही है.