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यूपी में नए DGP से तय होगा चीफ सेक्रेटरी, ताजपोशी में अहम होगी जाति

डीजीपी की दौड़ में कई लोगों शामिल हैं. डीजीपी की दौड़ में हितेश अवस्थी का नाम सबसे आगे चल रहा है. हितेश अवस्थी डीजी के पैनल में सबसे सीनियर हैं. इसके अलावा प्रबल दावेदारों में डीजी जेल आनंद कुमार भी हैं.

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पुलिस तकनीकी सेवा मुख्यालय, उत्तर प्रदेश
पुलिस तकनीकी सेवा मुख्यालय, उत्तर प्रदेश

  • ओपी सिंह की जगह नए डीजेपी को लेकर मंथन शुरू
  • डीजीपी की दौड़ में हितेश अवस्थी का नाम सबसे आगे

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) ओपी सिंह शुक्रवार को रिटायर होने वाले हैं. ओपी सिंह की जगह नए डीजेपी को लेकर मंथन शुरू हो गया है, जिनमें हितेश अवस्थी से लेकर आनंद कुमार और डीएस चौहान के नाम चल रहे हैं. ऐसे में अगर डीजीपी का पद किसी ब्राह्मण समुदाय से आने वाले अधिकारी की नियुक्ति होती है तो फिर प्रमुख सचिव के पद से आरके तिवारी और गृह सचिव अवनीश अवस्थी के पद भी बदले जा सकते हैं.

प्रबल दावेदारों में डीजी जेल आनंद कुमार

सूत्रों की मानें तो डीजीपी की दौड़ में हितेश अवस्थी का नाम सबसे आगे चल रहा है. हितेश अवस्थी डीजी के पैनल में सबसे सीनियर हैं. इसके अलावा प्रबल दावेदारों में डीजी जेल आनंद कुमार भी हैं. आनंद कुमार के कामकाज से सीएम योगी आदित्यनाथ भी संतुष्ट रहें और उनकी निकटता भी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रहते हुए देखी गई थी. इसके अलावा डीजीपी के लिए तीसरा नाम डीएस चौहान हैं. पिछले हफ्ते ही चौहान को प्रतिनियुक्ति खत्म कर यूपी कैडर में वापस बुलाया गया है. इसके बाद से ही उनके नाम की चर्चा तेज है कि वह सूबे के नए पुलिस प्रमुख हो सकते हैं.

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हालांकि उत्तर प्रदेश में सत्ता के समीकरण में जातियों की महत्व को देखते हुए इस बार योगी सरकार कोई ज्यादा फेरबदल के मूड में नहीं दिखाई दे रही. योगी सरकार में पिछली दो बार से यूपी के डीजीपी पद पर सुलखान सिंह और ओपी सिंह रहे हैं. ऐसे में ये दोनों डीजीपी ठाकुर जाति के रहे हैं. ऐसे में सरकार तीसरी बार ठाकुर समुदाय से आने वाली अधिकारी को नियुक्त करती है तो योगी सरकार को जातिवादी होने के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है.

पुलिसिंग के लिए कौन उपयुक्त?

योगी सरकार ऐसे में सूबे के डीजीपी के पद पर किसी ब्राह्मण समुदाय की नियुक्त कर सकती है. ऐसे में हितेश अवस्थी सरकार की पहली पसंद बन सकते हैं. हितेश अवस्थी की छवि बेहद कड़े फैसले लेने वाले अधिकारी की रही है. सीबीआई का सालों का अनुभव होने के कारण उन्हें बेहतर पुलिसिंग के लिए उपयुक्त भी माना जा रहा है. इस लिहाज से वो डीजीपी के रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं.

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हालांकि हितेश अवस्थी को योगी सरकार डीजीपी नियुक्त करती है तो फिर गृह सचिव से लेकर प्रमुख सचिव तक के बदलाव करने पड़ सकते हैं. क्योंकि डीजीपी, गृह सचिव और कार्यकारी मुख्य सचिव तीनों ब्राह्मण समुदाय से हो जाएंगे. हितेश अवस्थी यूपी के डीजीपी बनते हैं तो गृह सचिव से अवनीश अवस्थी और प्रमुख सचिव के पद पर फिलहाल कार्यकारी तौर पर नियुक्त आरके तिवारी के पद पर भी फेरबदल किए जा सकते हैं.

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