उत्तर प्रदेश सरकार वीआईपी सिक्योरिटी के लिए 'स्पेशल शैडो' तैयार करा रही है. इसके लिए सूबे की फौज से 300 जवान छांटे गए हैं. इन्हें कठिन ट्रेनिंग में तपाकर कमांडो की तरह तराशा जाएगा.
इनके भीतर चीते जैसी फुर्ती होगी. ये एनएसजी कमांडो की तरह शार्प होंगे और इनके भीतर पलक झपकते दुश्मन को ढेर करने का माद्दा होगा. पिस्टल से लैस ये शैडो सादा कपड़ों में परछाई की तरह हर वक्त वीआईपी के साथ रहेंगे. इनमें से ज्यादातर को प्रदेश के विशिष्ठ मंत्रियों की सुरक्षा का जिम्मा दिया जाएगा. प्रदेश सरकार अपने कई कद्दावर मंत्री और दूसरी वीआईपी की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. हालांकि इनकी सुरक्षा में पुलिस तो पहले से लगी है लेकिन ट्रेंड शैडो की तैनाती नहीं हो पा रही है.
दरअसल, यूपी पुलिस में इस समय प्रशिक्षित शैडो नहीं हैं. वर्ष 2008 में शैडो का आखिरी बैच ट्रेंड हुआ था. इसके बाद से कोई शैडो यूपी पुलिस ने तैयार नहीं किया. सरकार बदले माहौल में मंत्रियों की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त चाहती है. लिहाजा स्पेशल शैडो तैयार करने का फैसला किया गया जो डिफेंस के साथ अटैक करेंगे. डीजी ट्रेनिंग एके जैन ने बताया कि 300 पुलिस जवानों को शैडो ट्रेनिंग कराई जानी है. कुल 105 दिन का कोर्स होगा. 1 सितंबर से एटीसी सीतापुर में प्रशिक्षण कराया जाना संभावित है.
एसटीएफ और एटीएस के साथ ही कई प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों के एक्सपर्ट इन लोगों को ट्रेनिंग देंगे. ट्रेनिंग का जो कोर्स तैयार किया गया है उसमें वीआईपी की सुरक्षा किस तरह से बेहतर की जा सकती है इसके भी अतिरिक्त चैप्टर हैं. इनका निशाना अचूक होगा. बड़ी से बड़ी इमारत पर चढऩे में इन्हें महारत होगी. एनएसजी कमांडो की तर्ज पर भी इन्हें तैयार किया जाएगा.