प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने जसवंतनगर सीट से उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है. दरअसल, शिवपाल की विधानसभा सदस्यता पर तलवार लटक रही है, क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने सदस्यता खत्म करने की मांग की है. अब शिवपाल ने कहा कि वह जसवंतनगर से ही चुनाव लड़ेंगे, चाहे सपा मैदान में हो या कोई और.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा, 'जसवंतनगर से मुझे कोई चुनाव में हरा नहीं सका है. जसवंतनगर की जनता हमारे साथ है. अगर मेरी सदस्यता खत्म होती है तो मैं जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगा, सामने समाजवादी पार्टी का चाहे जो भी चेहरा हो.' शिवपाल के इस ऐलान से साफ हो गया है कि अब चाचा और भतीजे की लड़ाई नए मोड़ पर आ गई है.
सपा ने सदस्यता खत्म करने के लिए लिखा पत्र
महीने की शुरुआत में समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था. समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव के साथ मनमुटाव बढ़ने पर शिवपाल यादव ने अलग होकर पिछले साल अगस्त में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली थी, लेकिन तकनीकी तौर पर वह समाजवादी पार्टी से ही विधायक थे.
विधानसभा में विपक्ष के नेता और सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी की ओर से दलबदल विरोधी कानून के आधार पर शिवपाल यादव की सदस्यता निरस्त करने के लिए विधानसभा सचिवालय को 4 सितंबर को ही पत्र लिखा गया.
समाजवादी पार्टी से विधायक रहते हुए शिवपाल यादव ने पिछले साल अपनी अलग पार्टी बनाई और लोकसभा का चुनाव भी लड़ा, लेकिन उनकी पार्टी को कोई कामयाबी नहीं मिली.
जसवंतनगर यादव परिवार का गढ़
इस बीच शिवपाल यादव ने बुधवार को इटावा में अपनी पार्टी की बड़ी रैली की जहां उन्होंने ऐलान किया कि अगर उनकी सदस्यता जाती है तो दोबारा जसवंतनगर से ही उपचुनाव लड़ेंगे. महत्वपूर्ण बात यह है शिवपाल यादव ने यह भी ऐलान किया कि उनके सामने चाहे कोई भी प्रत्याशी समाजवादी पार्टी उतारे, जीत उनकी ही होगी.
दरअसल, जसवंतनगर सीट मुलायम परिवार की गढ़ मानी जाती है और आज तक यह सीट समाजवादी पार्टी और परिवार के कब्जे में ही रही है अब जबकि पार्टी और परिवार दोनों टूट चुका है, ऐसे में अगर जसवंतनगर सीट पर चुनाव होता है तो लड़ाई दिलचस्प होगी.
अखिलेश यादव ने भी आज तक से खास बातचीत में कहा था कि उनकी पार्टी ने शिवपाल यादव के सदस्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को लिखा है और अब फैसला विधानसभा अध्यक्ष को लेना है.