मुजफ्फरनगर दंगों के बाद बने सरकार विरोधी माहौल से निपटने में लगी समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में अपनी चुनावी तैयारियों का बिगुल फूंक दिया है. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की यूपी में प्रस्तावित 9 रैलियों के जवाब में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव दोगुनी यानी 18 रैलियां करेंगे.
सपा के राज्य संसदीय बोर्ड ने बुधवार 9 अक्टूबर को इन रैलियों के आयोजन पर अपनी मुहर लगा दी है. रैलियां हर मंडल में होंगी. इनकी शुरुआत 29 अक्टूबर को आजमगढ़ से होगी. आजमगढ़ को पहले चुनने का मकसद यहां मुस्लिमों की तादाद ठीक-ठाक होना है. साथ ही पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने यहां की 9 विधानसभा सीटों में से 8 जीतकर अपना परचम लहराया था. इन रैलियों में मुख्य रूप से मुलायम सिंह यादव संबोधित करेंगे, लेकिन इन मौकों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे.
राज्य संसदीय बोर्ड ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की निगरानी के लिए राज्य स्तर पर कोर कमेटी के गठन का प्रस्ताव भी दिया है. इसके सदस्यों के बारे में निर्णय लेने का अधिकार अखिलेश यादव को सौंपा गया है. कोर कमेटी हर रोज चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेगी. यह भी फैसला हुआ कि हर जिले में पार्टी के प्रभारी के साथ-साथ सह प्रभारी भी नियुक्त किए जाएं. प्रभारी हर महीने प्रत्याशी, स्थानीय मंत्री, विधायक और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेंगे. वे अपनी रिपोर्ट सीधे मुलायम सिंह यादव को भेजेंगे. यही नहीं, जिला स्तर पर भी पार्टी प्रवक्ता नियुक्त करने पर भी राज्य संसदीय बोर्ड ने हामी भर दी है.