मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद लखनऊ नगर निगम का पालतू कुत्तों के मालिकों पर डंडा चलना शुरू हो गया है. अब कोई भी बिना रजिस्ट्रेशन पालतू कुत्तों को बाहर नहीं घुमाएगा और न ही गंदगी फैलाएगा. इस आदेश के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने पालतू कुत्ते और बिल्ली का रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं.
इस बीच लखनऊ नगर निगम आज से चेकिंग अभियान भी शुरू करने वाला है, जिसने अपने पालतू जानवर का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया होगा, उसे 5000 रुपये का जुर्माना भरना होगा. शहर में तकरीबन 10000 लोग ऐसे हैं, जिनके यहां कुत्ते और बिल्ली हैं.अभी भी कई हजार लोग बिना रजिस्ट्रेशन मौजूद है. इनके खिलाफ चेकिंग अभियान आज से चलाया जाएगा.
कुत्ते के रजिस्ट्रेशन को लेकर बीजेपी के पूर्व विधायक से झड़प
हाल ही में पालतू कुत्ते को लेकर ही बीजेपी के पूर्व विधायक अविनाश त्रिवेदी और नगर निगम के कर्मचारियों के बीच जमकर झड़प हुई थी. नगर निगम के कर्मचारी अधिकारी कुत्ते का लाइसेंस मांगते रहे, लेकिन लाइसेंस न था. मारपीट तक की नौबत आ गई थी. बाद में पकड़े गए कुत्ते को नगर निगम द्वारा छोड़ना पड़ा.
पूर्व विधायक अविनाश त्रिवेदी के साथ नगर निगम कर्मचारियों-अधिकारियों की झड़प का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस मामले में पूर्व विधायक अविनाश त्रिवेदी का आरोप रहा कि कुत्ता पकड़ने की प्रक्रिया गलत है, इस कार्यवाही से पहले एक बार मौका दिया जाना चाहिए.
अब तक 1600 लोगों ने कराया पालतू जानवर का रजिस्ट्रेशन
लखनऊ में अभी तक 1600 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. अभी तक 8400 से ऊपर लोग बचे हुए हैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है. कुत्तों के रजिस्ट्रेशन को लेकर अगर किसी को परेशानी हो रही है तो टोल फ्री नंबर पर शिकायत भी दर्ज करा जा सकते हैं. नगर निगम ने टोल फ्री नंबर 0522-2307782 जारी किया है.
रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इतना रुपया भरना होगा
नगर निगम की ओर से छोटे जानवर के लिए 300 रुपये, मध्यम साइज के जानवर के लिए 500 और बड़े जानवर के लिए 800 रुपये की फीस निर्धारित की गई है. पालतू कुत्ते की किसी के काटने पर कुत्ते के मालिक पर सीधे मुकदमा दर्ज किया जाएगा. अगर रजिस्ट्रेशन मौजूद है तो मुकदमा दर्ज नहीं होगा.