मौसम विभाग ने अंडमान निकोबार में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. अंडमान निकोबार के पास बंगाल की खाड़ी में एक वेदर सिस्टम बन चुका है और अगले 24 घंटे में ये वेदर सिस्टम एक कम दबाव क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा और इसके प्रभाव से अंडमान द्वीप समूह में ज्यादातर जगहों पर झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा.
मौसम विभाग के डायरेक्टर नरेश कुमार के मुताबिक मौसम विभाग ने अंडमान निकोबार में मछुआरों को समंदर से दूर रहने की सलाह दी गई है और टूरिस्टों से सावधानी बरतने को कहा है. ऐसा अनुमान है कि 15 अप्रैल तक कम दबाव का क्षेत्र और ज्यादा ताकतवर हो जाएगा. इससे अंडमान निकोबार में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और 10 से 15 सेंटीमीटर की भारी बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की जाएगी. इन स्थितियों में प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है और सैलानियों को अंडमान निकोबार से दूर रहने की सलाह दी गई है.
जहां एक तरफ बंगाल की खाड़ी में बने वेदर सिस्टम के और ज्यादा ताकतवर होकर साइक्लोन के लेवल पर पहुंच जाने की आशंका बढ़ गई है तो वहीं दूसरी तरफ गुजरात में भीषण गरमी पड़ रही है. गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में दिन के तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच चुके हैं.
मौसम के जानकारों के मुताबिक ये तापमान सामान्य के मुकाबले 7 से 8 डिग्री सेल्सियस ऊपर हैं. ऐसा अनुमान है कि गुजरात में भीषण गरमी का ये सिलसिला अगले तीन दिनों तक जारी रहेगा. उधर राजस्थान की बात करें तो पश्चिमी राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में हीटवेव की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग के डायरेक्टर आर विशेन के मुताबिक अगले चार-पांच दिनों तक राजस्थान और दक्षिणी हरियाणा के तमाम इलाकों में जोरदार गरमी का सिलसिला बना रहेगा.
दिल्ली एनसीआर की बात करें तो यहां पर तापमान 40 डिग्री के ऊपर पहुंच चुके हैं. मौसम विभाग का कहना है कि यहां पर अगले दो तीन दिनों तक इसी तरह के तापमान दर्ज किए जाएंगे. उत्तर-पश्चिम हिमालय में अब वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की एक्टिविटी धीमी पड़ चुकी है लिहाजा पहाड़ों पर भी तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चले जाने का अनुमान है. ऐसा कहा जा रहा है कि 17 अप्रैल से 21 अप्रैल तक उत्तराखंड और हिमाचल के साथ-साथ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी पारा उछाल मारेगा.