केन्द्रीय संचार एवं सूचना तकनीक राजयमंत्री सचिव पायलट के कार्यक्रम में भाजपाइयों ने जमकर हंगामा किया.
सचिन पायलट एक राष्ट्रीय गोष्ठी में भाग लेने के अलावा संचार निगम के वेस्ट यूपी सर्किट के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय व प्रशासनिक भवन का शिलान्यास करने आए थे, लेकिन जैसे ही वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे वहां भाजपाईयों ने सचिन पायलट व संचार निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया.
भाजपाईयों के गुस्से की वजह कार्यक्रम का निमन्त्रण भाजपा के स्थानीय सांसद राजेन्द्र कुमार अग्रवाल को ना मिलना था.
भाजपाईयों ने इसको सरकारी नियमों और तहजीब के खिलाफ बताते हुए सांसद का अपमान बताया. भाजपाईयों के गुस्से को शांत करने के लिए खुद सचिन पायलट ने घटना पर अफसोस जताते हुए मंच से नीचे जाकर सांसद राजेन्द्र कुमार अग्रवाल को सम्मान के साथ मंच पर लेकर गए. हंगामे की वजह से कार्यक्रम की ओपचारिकता ही निभाई जा सकी.
बाद में संवाददाताओं के साथ बातचीत में सचिन पायलट ने उत्तर प्रदेश में किसानों की जमीन अधिग्रहण के मामले को लेकर प्रदेश की बसपा सरकार की जमकर आलोचना की.
उन्होंने कहा कि औने पौने दामों पर किसानों की उपजाउ जमीने लेकर उसे भारी मुनाफे में बिल्डरों व अन्य लोगों को बेचा जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
सचिन पायलट ने इस मामले में हरियाणा के माडल की प्रशंसा की. साथ ही कहा कि केन्द्र सरकार आगामी शीतकालीन सत्र में किसानों के लिए जो सबसे अधिक उचित विकल्प होगा उसको लेकर आएगी.