लैंगिक समानता पर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा गया कि भारत में 2001 के बाद बलात्कार के मामलों में काफी इजाफा हुआ है और पिछले 14 सालों में यह अपराध दोगुने से भी ज्यादा हो गया है.
तिरूवनंतपुरम के कोवलम में आयोजित एक सम्मेलन में जारी भारत में महिलाओं की स्थिति शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया कि शादीशुदा महिलाओं के खिलाफ क्रूरता करीब ढ़ाई गुना बढ़ गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2001 से 2014 तक जहां बलात्कार के मामले 16,075 से बढ़कर 36,735 हो गए, वहीं शादीशुदा महिलाओं के खिलाफ क्रूरता के मामले 49,170 से बढ़कर 1,22,877 हो गए.
भारत में महिलाओं की स्थिति पर एक उच्च-स्तरीय समिति की अध्यक्ष पाम राजपूत ने कहा, यदि आप इस पर गौर करें तो महिलाओं के खिलाफ हिंसा का पहला केंद्र घर है जहां करीबी रिश्तेदार ही उनका यौन उत्पीड़न करते हैं और जहां उनकी शादी बहुत जल्द कर दी जाती है.
-इनपुट भाषा