मुंबई में सोमवार को पूरी श्रद्धा के साथ गणपति का विर्सजन किया गया. एक आंकड़े के मुताबिक इस दौरान समुद्र और अस्थाई तालाबों में करीब 17 हजार प्रतिमाएं विसर्जित की गईं. यकीनन गणपति के प्रति मुंबई समेत पूरे देश में अपार श्रद्धा है और गणपति से पूजा के 11 दिनों के दौरान बुराई को दूर कर मंगलकामना का वर मांगा गया. लेकिन इन सब के बीच एक आंकड़ा बुधवार को जारी किया गया है जो डराता है. इसके मुताबिक विसर्जन के दौरान मुंबई में 4400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. इस गिरफ्तारी में छेड़छाड़ से लेकर ड्रग एडिक्ट्स और ऐसे ही कई मामले हैं.
दरअसल, सवाल आस्था की उस भीड़ का है जिसे देख देशभर में हर साल भक्ति की अलख जगती है. लेकिन इस बीच लाखों की भीड़ में वो 4400 लोग भी शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार किया गया. आरोप ड्रग्स लेने का. आरोप छेड़खानी का. आरोप ड्रग्स बेचने का और आरोप अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने का. तो यह एक चेहरा है देश की उस भीड़ का जो आस्था के नाम पर 'गणपति' बप्पा के नारे लगाती है और अपराध की नालियों से होकर मुंबई के समुद्र तट पर डुबकियां भी लगाती हैं.
अपराध के आंकड़ों की यह कहानी मुंबई पुलिस ने जारी की है. इसके मुताबिक गणपति विसर्जन के दौरान मुंबई में 50 हजार SRPF, CRPF और BSF के जवानों की तैनाती की गई थी. दिनभर नारों का शोर रहा और लाखों लोगों की भीड़ से मुंबई की सड़क पटी रही. लेकिन इस दौरान समाज का वह हिस्सा भी सक्रिय था, जिसे अपराध की दुनिया कहा जाता है. पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को 688 नारकोटिक्स संबंधी केस दर्ज किए गए. इसके अलावा 803 लोगों को ड्रग्स लेने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
मुख में बप्पा, बगल में छेड़खानी
भीड़ और इस ओर महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने छेड़खानी से निपटने के खास इंतजाम किए थे. इसके तहत विशेष दल बनाए गए थे जो छेड़खानी से निपटने के लिए पूरी तैयारी में थे. इन दलों ने लाखों की भीड़ में से 700 लोगों को छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके अलावा 2983 अन्य ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया जो कुछ न कुछ गलत कर रहे थे. ये सभी लोग पुलिस की सूची में पहले से भी दर्ज थे.