अमेरिका भी अब इस बात को मान रहा है कि दुनिया के नक्शे पर भारत का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. वैश्विक प्रशासन पर एक आधिकारिक अमेरिकी रिपोर्ट में भारत को अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का सबसे ताकतवर देश करार दिया गया है.
2010 में दुनिया की प्रमुख शक्तियों के बारे में बताने वाली इस रिपोर्ट में भारत को अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे शक्तिशाली देश माना गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के साथ ब्राजील जैसे देशों की ताकत 2025 तक काफी बढ़ जाएगी.
नेशनल इंटेलिजेंस काउंसिल (एनआईसी) और यूरोपियन यूनियन इंस्टिट्यूट फार सिक्योरिटी स्टडीज (ईयूआईएसएस) द्वारा संयुक्त रूप से यह रिपोर्ट ‘ग्लोबल गवर्नेंस 2025’ जारी की गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2010 में अमेरिका के पास दुनिया की वैश्विक शक्ति का 22 प्रतिशत होगा और यह दुनिया का सबसे ताकतवर राष्ट्र बना रहेगा.
इसके बाद दुनिया की कुल ताकत का 12 फीसद हिस्सा चीन के पास रहेगा, जबकि यूरोपीय संघ के पास करीब 16 फीसद वैश्विक शक्ति होगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आठ प्रतिशत की वैश्विक शक्ति के साथ भारत दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर देश होगा.
वहीं जापान, रूस और ब्राजील के पास पांच फीसद से कम वैश्विक शक्ति होगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 तक अमेरिका, यूरोपीय संघ, जापान और रूस की ताकत घटेगी, जबकि चीन, भारत और ब्राजील जैसे देश और शक्तिशाली होंगे. हालांकि, ताकतवर देशों की सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा.
इसमें कहा गया है कि 2025 में भी अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश होगा. हालांकि, उसकी वैश्विक शक्ति में हिस्सेदारी घटकर 18 प्रतिशत के आसपास रह जाएगी.
वर्ष 2025 तक अमेरिका के बाद चीन (16 प्रतिशत) सबसे ताकतवर देश होगा. उसके बाद यूरोपीय संघ (14 प्रतिशत) और भारत (10 प्रतिशत) का स्थान होगा.