दिल्ली उच्च न्यायालय ने अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टरों की संलिप्तता वाले आपराधिक मामलों को सुलझाने में दूसरे देशों के सहयोग नहीं करने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि भारत इतना ताकतवर मुल्क नहीं है जो अन्य देश उसकी इच्छाओं का सम्मान करें.
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस. एन. धींगरा ने कहा ‘भारत इतना ताकतवर देश नहीं है कि दूसरे देश उसकी इच्छाओं का सम्मान करें. आर्थिक विकास करने के बावजूद भारत को नरम और कमजोर देश माना जाता है.’
अदालत ने कहा ‘अन्य सभी मोर्चों पर विदेश में भारत की छवि ऐसी नहीं है कि उसकी गुजारिश का विदेशी सरकारें तुरंत संज्ञान लें.’ न्यायालय ने दुबई में रहकर हवाला कारोबार चलाने के आरोपी नरेश कुमार जैन के खिलाफ मामले की जांच पूरी करने के लिये कुछ और वक्त मांगने सम्बन्धी केन्द्र की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की.
यूरोप और एशिया के कई देशों में आपराधिक मामलों का सामना कर रहे जैन को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वह दुबई से भागकर नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से दाखिल हुआ था.
जैन के खिलाफ शुरुआती जांच के बाद पुलिस को उसके कई देशों में हुई आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की बात पता लगी थी. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने जैन की गतिविधियों की जड़ तक पहुंचने के लिये उन मुल्कों से सहयोग मांगा था. मामले की जांच कर रही एजेंसी ने कुछ देशों के मदद नहीं करने की वजह से तफ्तीश पूरी करने के लिये और समय मांगा था.