पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराने वाली भारतीय हाकी टीम मंगलवार को ना तो वह लय बरकरार रख सकी और ना ही तेवर जिसका बखूबी फायदा उठाते हुए आस्ट्रेलिया ने उसे 5-2 से रौंदकर 12वें विश्व कप में पहली जीत दर्ज की.
पहले मैच में 4-1 से जीत के नायक रहे ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह पूरी तरह खराब फार्म में दिखे जबकि दीपक ठाकुर और प्रभजोत सिंह जैसे अनुभवी फारवर्ड खिलाड़ियों ने भी निराश किया. भारत को स्ट्राइकर शिवेंद्र सिंह की कमी बुरी तरह खली जो दो मैचों का निलंबन झेल रहे हैं. भारतीय डिफेंस भी पूरी तरह छितरा हुआ नजर आया जिसमें सेंध लगाने में आस्ट्रेलिया को कोई परेशानी नहीं हुई.
आस्ट्रेलिया के लिये डे यंग लियाम (दूसरा मिनट), ग्लेन टर्नर (आठवां और 43वां मिनट), डेसमंड एबोट (26वां) और लाइक डोरनर (41वां मिनट) ने गोल दागे जबकि भारत के लिये विक्रम पिल्लै (35वां मिनट) और कप्तान राजपाल सिंह (53वां) ने गोल किये. पहले मैच में इंग्लैंड के हाथों अप्रत्याशित पराजय झेलने के बाद आस्ट्रेलियाई टीम ने वजूद बनाये रखने के इस मुकाबले में भारत को हर विभाग में बौना साबित कर दिया. उनके दमखम और गति का भारतीयों के पास कोई जवाब नहीं था.
पहले मैच में विजेताओं के तेवर लेकर खेलने वाली भारतीय टीम थकी मांदी नजर आई. दूसरे ही मिनट में आस्ट्रेलियाई गोल से बना दबाव अंत तक भारतीयों पर हावी रहा. आस्ट्रेलिया को सातवें और आठवें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले. पहले पर भारतीय गोलकीपर एड्रियन डिसूजा ने गोल बचा लिया लेकिन दूसरे पर रिबाउंड शाट के जरिये ग्लेन टर्नर ने गोल करके टीम की बढ़त दुगुनी की दी. {mospagebreak}
आस्ट्रेलिया ने 13वें मिनट में एक और पेनल्टी कार्नर बनाया लेकिन गोल नहीं कर सके. इसके तीन मिनट बाद डिसूजा ने आस्ट्रेलियाई स्ट्राइकरों के एक बेहतरीन मूव को फिनिशिंग से बचाया. भारत को पहला पेनल्टी कार्नर 22वें मिनट में मिला लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ दो गोल दागने वाले ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह इस बार नाकाम रहे. इस बीच 26वें मिनट में आस्ट्रेलियाई फारवर्ड पंक्ति ने एक बार फिर भारतीय डिफेंस में जबर्दस्त सेंध लगाते हुए तीसरा गोल दाग दिया. ग्रांट शूबर्ट ने राबर्ट हामंड को क्रास दिया जिनसे गेंद लेकर डेसमंड एबोट ने गोल दागा.
तीन गोल गंवाने के बाद भारतीयों ने आखिरी दो मिनट में लगातार हमले बोले. इसका फल भी 34वें मिनट में एक और पेनल्टी कार्नर के रूप में मिला लेकिन आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के वीडियो रेफरल लेने के बाद अंपायर ने इसे अमान्य करार दिया. भारत के लिये 35वें मिनट में विक्रम पिल्लै ने खाता खोला. आस्ट्रेलियाई डिफेंडरों से गेंद छीनते हुए अजरुन हलप्पा ने उन्हें क्रास दिया जिस पर दाहिनी ओर से उन्होंने गेंद गोल के भीतर डालकर पहले हाफ में भारतीय प्रशंसकों को खुश होने का एकमात्र मौका दिया.
दूसरे हाफ में भी भारतीय खिलाड़ियों की दशा और दिशा नहीं बदल सकी. आस्ट्रेलिया ने फिर दो मिनट के भीतर दो पेनल्टी कार्नर गोल में बदलकर बढत 5-1 की कर ली. पहले डोरनर ने और फिर टर्नर ने ये गोल दागे. भारत को 52वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला जिसे संदीप गोल में नहीं बदल सके. लेकिन भारतीयों ने गेंद पर से नियंत्रण नहीं खोया और एक बार फिर हलप्पा ने प्लेमेकर की अपनी भूमिका बखूबी निभाते हुए राजपाल को क्रास दिया जिसने गोल करने में कोई चूक नहीं की. आस्ट्रेलिया और अंतर से जीतता लेकिन डिसूजा ने बेहतरीन गोलकीपिंग का नमूना पेश करते हुए 54वें मिनट में पेनल्टी कार्नर और 65वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल बचाया.