सीबीआई मामले में की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि वह इस मामले को देखेंगे. उन्होंने सीवीसी से अपनी जांच अगले 2 हफ्ते में पूरी करने को कहा है, ये जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एके पटनायक की निगरानी में होगी. चीफ जस्टिस ने कहा कि देशहित में इस मामले को ज्यादा लंबा नहीं खींच सकते हैं.
सीबीआई मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी पर कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला जाते ही सच सामने आ गया है. मोदी सरकार के द्वारा सीबीआई के लिए जो कदम उठाया था, उस सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी तमाचा है. सरकार के द्वारा सीबीआई की स्वयत्ता को खत्म करने के कदम पर तमाचा है.
सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद सीवीसी मोदी सरकार के इशारों पर काम नहीं कर सकेगा. सुप्रीम कोर्ट के जज एके पटनायक की निगरानी में पूरे मामले की जांच की जाएगी.
कांग्रेस के पास उठाने के लिए मुद्दे नहीं-राजनाथ सिंह
वहीं, सीबीआई मामले पर सुप्रीम को आए निर्णय पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के पास उठाने के लिए लोगों से जुड़े मुद्दे नहीं है. इसीलिए वो गैरजरूरी मुद्दों को उठा रहे हैं. हम जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
जांच में सब कुछ सामने आएगाः पीपी चौधरी
सरकार ने इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है. केंद्रीय कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी का कहना है कि कोर्ट का निर्णय स्वागत योग्य है. हम उसका स्वागत करते हैं. 2 सप्ताह में जांच की जाएगी. एक रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच से सब कुछ सामने आ जाएगा और यह किसी की जीत और हार नहीं है.
उन्होंने कहा कि नागेश्वर राव जो अभी सीबीआई का काम देख रहे हैं. उनके बारे में कोर्ट ने कहा है कि वह नीतिगत फैसला नहीं ले सकेंगे, वह रूटीन का काम देखेंगे यह ठीक है और सरकार ने भी जो कार्रवाई की थी वह सीवीसी की अनुशंसा पर ही की गई थी.
कांग्रेस के प्रदर्शन पर पीपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी के पास कोई मुद्दा नहीं है. झूठ पर झूठ बोला जा रहा है, लेकिन जनता उन पर विश्वास करने वाली नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट को भी सीवीसी पर भरोसा नहीं-आप
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के मुंह पर तमाचा मारा है. उन्होंने कहा कि नागेश्वर राव को किसी भी तरह नीतिगत फैसले लेने से रोक ना अपने आप में सबसे बड़ा सबूत है कि उनकी नियुक्ति गलत तरीके से हुई थी.
संजय सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने नागेश्वर राय द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी भी मांगी है जो साफ है कि उन्होंने सरकार के इशारे पर गलत तरीके से लोगों को ट्रांसफर किया है. सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीवीसी को 14 दिनों के भीतर आलोक वर्मा की जांच करने को कहा है जिसकी निगरानी एक कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे यानी सुप्रीम कोर्ट को भी सीवीसी पर भरोसा नहीं है.
न किसी की जीत है न किसी की हार-त्यागी
जेडीयू नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य केसी त्यागी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी हम स्वागत करते हैं. इसमें ना किसी की जीत है ना किसी की हार है, लेकिन जो सीबीआई है उसकी साख पर धब्बा जरूर लगा है.
त्यागी ने कहा कि कोर्ट ने आलोक वर्मा के विरुद्ध लगे आरोपों की जांच करने का 2 हफ्ते का समय दिया है.इसके अलावा सीवीसी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज निगरानी में यह जांच करेगी. नागेश्वर राव के बारे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर त्यागी कि नागेश्वर राव को निर्देशित किया गया है कि वह पॉलिसी डिसीजन से दूर रहेंगे और सिर्फ रूटीन वर्क करेंगे.
सीबीआई पर से उठा भरोसा- तेजस्वी
वहीं, सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि लोगों का सीबीआई पर से भरोसा उठ चुका है. तेजस्वी ने कहा, 'प्रधानमंत्री तानाशाह की तरह सरकार चला रहे हैं. सीबीआई को निष्पक्ष काम नहीं करने दिया जा रहा है.' उन्होंने आरोप लगाया कि सृजन घोटाले में सीबीआई ने नीतीश कुमार को बचाने का काम किया. वहीं लालू यादव को बदले की राजनीति के तहत फंसाया जा रहा है.