देश के दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की तारीफ की है. आनंद महिंद्रा ने कहा कि हमारे सामने एक सुनहरा मौका है कि हम अपने अस्तित्व (जीवित बचे रहने) की अवधारणा को मजबूती में तब्दील करें. उन्होंने कहा, हमें बाद में ही पता चल पाएगा कि यह मौका 1991 की तरह कोई बड़ा बदलाव ले आ पाता है या नहीं, लेकिन मेरा मानना है कि हम अभी चैन से नहीं सो सकते.
This was the PM’s Carpe Diem (Seize the Day) speech; an opportunity to change the narrative from ‘Survival’ to ‘Strength.’ We will know tomorrow whether or not this is going to be a transformational moment like 1991. What I also believe is I won’t get much sleep tonight!
— anand mahindra (@anandmahindra) May 12, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने देश के सामने विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की. पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि अब जरूरी है कि भारत को आत्मनिर्भर बनाया जाए. उन्होंने अपने संबोधन में पांच पिलर्स का जिक्र किया, जिसके तहत देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया, जिसके बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी. प्रधानमंत्री के इस फैसले की उद्योग जगत ने काफी सराहना की है.
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बता दें, अभी हाल में आनंद महिंद्रा ने कहा था कि लॉकडाउन को लंबी अवधि के लिए आगे बढ़ाना देश की अर्थव्यवस्था के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाया गया तो यह निचले तबके के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर सकता है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाना 'आर्थिक हारा-किरी' यानी इकोनॉमी के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है. अर्थव्यवस्था का चलते रहना और आगे बढ़ना लोगों की जीविका के लिए प्रतिरक्षा तंत्र की तरह होता है. लॉकडाउन से यह प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है और सबसे ज्यादा हमारे समाज के विपन्न तबके को नुकसान पहुंचाता है.
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प्रधानमंत्री ने मंगलवार को संकेत दिया कि लॉकडाउन आगे भी बढ़ाया जाएगा लेकिन इसका स्वरूप पहले के लॉकडाउन से अलग होगा. उनके संबोधन से साफ था कि अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार में बड़ी चिंता है, इसलिए लॉकडाउन के दौरान अर्थव्यवस्था कैसे मजबूत बनी रहे, इस पर भी सरकार का पूरा जोर है. इसे देखते हुए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया. प्रधानमंत्री के इस फैसले की उद्योग जगत से लेकर लगभग सभी पार्टियों ने सराहना की है.