केरल के रहने वाले 54 वर्षीय डी. सदाशिवन ने एक ऐसा कारनामा कर दिया जो शायद कोई सोच भी नहीं सकता. स्कूल प्रिंसिपल ने उनसे बच्चों को सिखाने के लिए उनसे एक हेलिकॉप्टर का मॉडल बनाने को कहा था, पर उन्होंने असल का ही हेलिकॉप्टर तैयार कर दिया. उन्होंने यह हेलिकॉप्टर चार वर्ष में तैयार किया है. मंगलवार को स्कूली बच्चों के सामने इसे प्रदर्शित कर दिया गया है, और यह अपनी पहली टेस्ट उड़ान लगभग एक महीने बाद भरेगा.
10वीं तक पढ़े हैं सदाशिवन
डी. सदाशिवन खुद सिर्फ 10वीं कक्षा तक पढ़े हैं. वह केरल के कंजिरापल्ली में ही एक इंजिनियरिंग की शॉप चलाते हैं. उन्होंने इस हेलिकॉप्टर को खुद ही बनाया है.
प्रिंसिपल ने की गुजारिश
उन्होंने बताया कि एक स्कूल के प्रिंसिपल ने उनसे हेलिकॉप्टर का मॉडल तैयार करने को कहा था जिसके बाद उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया. इसको बनाने में उन्हें कुल चार साल का समय लगा. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी भी इसी स्कूल में पढ़ती है, जब उन्होंने सिर्फ एक मॉडल बनाने को कहा तो मैंने सोचा क्यों ने ऐसा हेलिकॉप्टर बनाया जाये जो कि पूरी तरह से काम करता हो.
लगाया मारुति 800 का इंजन
उन्होंने इसके अंदर मारुति 800 का इंजन लगाया है, साथ ही गियर बॉक्स का भी प्रयोग किया है. बाकी पार्ट्स उन्होंने अपने ही गैराज में बनाये हैं. इस हेलिकॉप्टर को ऐल्युमिनियम और लोहे की मदद से बनाया गया है. तो वहीं ऑटोरिक्शा के शीशे का उपयोग भी किया गया है. उन्होंने कहा कि इसे उड़ाने में अभी भी उन्हें पूरा एक महीना लगेगा क्योंकि उन्हें काफी एजेंसियों से इसके लिए अनुमति लेनी है.
गौरतलब है कि इससे पहले इडुक्की के एक व्यक्ति ने भी दो सीटर हेलिकॉप्टर बनाकर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया था.