18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. इसी बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शुक्रवार को एक बैठक बुलाई है. बैठक में सपा के सभी विधायक और सांसद शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक में विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को लेकर आगे की रणनीति पर मंथन हो सकता है.
रेड्डी ने एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने का किया ऐलान
उधर, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के बाद अब आंध्रप्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है. आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, सीएम जगन रेड्डी का मानना है कि एससी, एसटी, बीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधित्व पर जोर देने की जरूरत है. पिछले तीन सालों में, जगन ने इन समुदायों के उत्थान को बहुत महत्व दिया है और यह भी सुनिश्चित किया है कि उन्हें कैबिनेट में अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व किया जाए.
आज नामांकन करेंगी मुर्मू
एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आज पर्चा भरेंगी. इससे पहले गुरुवार को वे दिल्ली पहुंचीं. यहां उन्होंने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. उधर, आंध्र सरकार की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि जगन मोहन रेड्डी अपने पहले के तय कार्यक्रम के चलते द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के वक्त मौजूद नहीं रह सकेंगे. हालांकि, राज्यसभा सांसद विजयसाई रेड्डी और लोकसभा सांसद मिथुन रेड्डी इस दौरान मौजूद रहेंगे.
ओडिशा की रहने वाली हैं द्रौपदी मुर्मू
बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को एनडीए का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है. उधर, यशवंत सिन्हा विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार है. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं. द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा आदिवासी जिले मयूरभंज के रायरंगपुर गांव में हुआ. वे 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं.
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया था. मुर्मू 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एसटी मोर्चे की सदस्य रहीं. 10 अप्रैल 2015 तक उन्होंने यह पद संभाला था. वह 2013 में ओडिशा के मयूरभंज की जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुईं थी. वह 2010 में भी जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं.