बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने कोलकाता में बिजली की चपेट में आने से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी केवल CESC और संजीव गोयनका पर दोष डालने की बजाय अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करें. यह बेहद दुखद है कि इतने परिवारों ने अपने करीबी लोगों को खो दिया.
दरअसल, मंगलवार को कोलकाता में लगभग चार दशकों में सबसे भारी बारिश ने शहर को जिलमिल कर रख दिया, जिससे कम से कम आठ लोग बिजली की चपेट में आकर मारे गए. रातभर हुई इस मूसलाधार बारिश ने शहर के हवाई, रेल और सड़क परिवहन को ठप्प कर दिया, शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए और राज्य सरकार को पूजा की छुट्टियां दो दिन पहले घोषित करनी पड़ी.
सुकांत मजूमदार ने साधा निशाना
बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार निजी कंपनी को दोष दे रही हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह अपनी जिम्मेदारी से बच सकती हैं.
उन्होंने सवाल उठाया कि कोलकाता में यह समस्या इतनी बार क्यों होती है? उन्होंने दो साल पहले हुई घटना का हवाला दिया, जब दो बच्चों की मौत हुई थी और मजूमदार स्वयं उनके घर गए थे. उन्होंने पूछा कि पूरे कोलकाता में इस अव्यवस्था के लिए कौन जिम्मेदार है, संजीव गोयनका से संपर्क कौन रखता है और चुनावों के समय उनसे पैसे कौन लेता है?
बीजेपी नेता ने कहा, "जब ये सवाल मुख्यमंत्री के सामने आएंगे, तो वह जवाब नहीं दे पाएंगी और केवल बचाव करेंगी. अपनी जिम्मेदारी लेना सीखिए. हमेशा दूसरों को दोष देना सही नहीं है."
उन्होंने कहा कि कोलकाता ही एकमात्र मेट्रो सिटी है जहां झूलते हुए बिजली के तार देखे जाते हैं. बारिश के दौरान जलभराव होना प्राकृतिक है और यह अन्य शहरों में भी होता है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बैंगलोर और हैदराबाद में भी हाल ही में पानी भर गया था, लेकिन वहां बिजली के तारों से किसी की मौत नहीं हुई.
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इससे दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. बुधवार तक पूर्ब मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झाड़ग्राम और बांकुरा जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के आस-पास एक और नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में और बारिश हो सकती है.