मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण के साथ ही आज केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनने जा रही है. बीजेपी के तमाम सहयोगी दलों के दिग्गजों को मंत्री पद की शपथ के लिए फोन जा चुका है. जिनके पास फोन आया है, उन्होंने प्रधानमंत्री आवास पर नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी कर ली है. इस बीच एनडीए का एक सहयोगी दल ऐसा भी है, जिसमें कैबिनेट मंत्री के पद को लेकर घमासान शुरू हो गया है.
मंत्री पद को लेकर मतभेद अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में सामने आया है. दरअसल, एनसीपी के खाते में एक मंत्री पद गया है, जिसे लेकर पार्टी के दो सीनियर नेताओं प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के बीच मतभेद शुरू हो गया है. दोनों ही नेताओं ने मोदी सरकार 3.0 में एनसीपी को मिल रहे कैबिनेट मंत्री के पद पर दावा ठोक दिया है. दोनों में से कोई भी अपनी दावेदारी छोड़ने के लिए तैयार नहीं है.
बीजेपी ने किया विवाद से किनारा
पार्टी में दो बार के सांसद और चार बार के विधायक सुनील तटकरे का कहना है कि वह इस बार पार्टी के चुने गए इकलौते सांसद हैं. इसलिए कैबिनेट मंत्री का पद उन्हें मिलना चाहिए. वहीं, प्रफुल्ल पटेल 6 बार के राज्यसभा सांसद हैं. इसलिए उनका दावा है कि कैबिनेट मिनिस्टर का पद उन्हें मिलना चाहिए. दोनों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. एनसीपी के अंदर छिड़े इस घमासान के बाद बीजेपी ने इस घमासान से दूरी बना ली है. भाजपा ने साफतौर पर कह दिया है कि यह एनसीपी का अंदरूनी मसला है, इसलिए इसे उन्हें खुद हल करना होगा.
हम NCP को राज्य मंत्री का स्वतंत्र प्रभार देने के लिए तैयार थे: फडणवीस
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, हम NCP को राज्य मंत्री का स्वतंत्र प्रभार देने के लिए तैयार थे और प्रफुल्ल पटेल का नाम हमारे लिए अंतिम था, क्योंकि वह पहले भी मंत्री थे. लेकिन NCP कैबिनेट चाहती थी, इसलिए उन्होंने इंतजार करने का फैसला किया और हमसे कहा है कि, अगले विस्तार में आप जब भी चाहें, दे सकते हैं, लेकिन हमें कैबिनेट दीजिए.
मीटिंग में पहुंचे थे ये 22 सांसद
शपथ ग्रहण से पहले प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचने वालों में 22 सांसद शामिल थे. इनमें 1. सर्बानंद सोनोवाल, 2. चिराग पासवान, 3. अन्नपूर्णा देवी, 4. मनोहर लाल खट्टर, 5. शिवराज सिंह चौहान, 6. भागीरथ चौधरी, 7. किरेन रिजिजू, 8. जितिन प्रसाद, 9. एचडी कुमारस्वामी, 10. ज्योतिरादित्य सिंधिया, 11. निर्मला सीतारमण, 12. रवनीत बिट्टू, 13. अजय टमटा, 14. राव इंद्रजीत सिंह, 15. नित्यानंद राय, 16. जीतन राम मांझी, 17. धर्मेंद्र प्रधान, 18. गजेंद्र सिंह शेखावत, 19. हर्ष मल्होत्रा, 20. एस जयशंकर, 21. सीआर पाटिल, 22. कृष्णपाल गुर्जर शामिल हैं.