तमिलनाडु में विपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की अगुवाई कर रही एआईएडीएमके की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता केए सेंगोट्टैयन ने पार्टी महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सूबे में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में दो नेताओं के बीच छिड़ी जुबानी जंग के बीच अब पलानीस्वामी का बयान आया है.
पलानीस्वामी ने दावा किया कि कुछ लोगों ने एआईएडीएमके मुख्यालय में तोड़फोड़ उनकी पार्टी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. उन्होंने आत्मसम्मान को सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया और कहा कि कुछ लोग हाथ की कठपुतलियों की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे हाथों की पहचान हमने कर ली है और जल्द ही इस खेल का अंत हो जाएगा.
पलानीस्वामी ने एआईएडीएमके को कार्यकर्ताओं की संपत्ति बताया और कहा कि एक व्यक्ति ने एआईएडीएमके की सरकार गिराने के लिए विधायकों का अपहरण कराया, हमने माफ किया और डिप्टी सीएम बनाया. उन्होंने ओ पन्नीरसेल्वम को लेकर कहा कि ऐसे व्यक्ति को पार्टी में कैसे लिया जा सकता है, जिसने पार्टी मुख्यालय में तोड़फोड़ की.
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पलानीस्वामी ने कहा कि टीटीवी दिनाकरन पर हमला बोलते हुए कहा कि एक व्यक्ति ने एआईएडीएमके की सरकार गिराने के लिए18 विधायकों का अपहरण किया था. क्या उन्हें पार्टी में शामिल किया जाना चाहिए. इसे कौन स्वीकार करेगा. 28 और 29 सितंबर को धर्मपुरी जिले में प्रस्तावित चुनावी कार्यक्रम रद्द किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि हमने बारिश के कारण यह निर्णय लिया और तुरंत खबर फैलने लगी कि पलानीस्वामी पार्टी से जुड़े विषयों पर चर्चा के लिए अमित शाह से मुलाकात करने जा रहे हैं.
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पलानीस्वामी ने कहा कि एक कैडर के रूप में बड़ा हुआ हूं. मैं मजबूत हूं और किसी चीज से नहीं डरता. उन्होंने कहा कि मुझे कोई धमका नहीं सकता. जब तक एआईएडीएमके सत्ता में थी, केंद्र में बैठे लोगों ने धमकाया नहीं बल्कि अच्छा ही किया. पलानीस्वामी ने आगे कहा कि जयललिता की मृत्यु के बाद जब कुछ लोगों ने हमारी पार्टी को खत्म करने की कोशिश की, तब भी केंद्र ने ही हमें बचाया.