तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे डीएमके सरकार की सफलता को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे और झूठ फैला रहे हैं कि सरकार ने चुनावी वादे पूरे नहीं किए. स्टालिन ने ये टिप्पणी विपक्ष के नेता बयान पर के बाद की हैं.
दरअसल, बीते दिनों विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी के स्टालिन सरकार पर अपने चुनावी वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया था. स्टालिन ने कहा कि ये बयान ईर्ष्या के कारण दिए जा रहे हैं, क्योंकि विपक्षी दल सरकार के काम को सहन नहीं कर पा रही है.
हमने कई योजनाओं को किया लागू: स्टालिन
सीएम स्टालिन ने दावा किया कि उनकी सरकार ने न केवल चुनावी वादे पूरे किए, बल्कि उन योजनाओं को भी लागू किया जो घोषणापत्र में नहीं थीं.
उन्होंने कहा, 'प्राइमरी स्कूल बच्चों के लिए मॉर्निंग ब्रेकफास्ट, पुदुमई पेन, तमिल पुडलवान, नान मुदलवान- क्या ये चुनावी वादे थे? ये घोषणापत्र में नहीं थे, फिर भी हमने इन्हें लागू किया.'
उन्होंने कहा कि इस बारे में कई जगहों पर कवरेज हो चुकी है. द्रविड मॉडल की तारीफ कई उत्तर भारतीय यूट्यूब चैनलों पर हो रही है कि कैसे हमारी सरकार पूरे भारत में रोल मॉडल बनकर उभरी है. लेकिन कुछ लोग इसे जानबूझकर नजरअंदाज कर झूठ फैला रहे हैं.
'हमने पूरे किया 404 वादे'
स्टालिन ने बताया कि डीएमके के 505 चुनावी वादों में से 364 पूरे हो चुके हैं, 40 की समीक्षा चल रही है. इस प्रकार 404 वादे पूरे हो चुके हैं. 37 योजनाएं केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं, जबकि 64 योजनाएं वित्तीय कारणों से लंबित हैं.
तमिलनाडु के सीएम ने पलानीस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा, 'पलानीसामी जो हमेशा की तरह अच्छाई नहीं देखना चाहते या सच नहीं बोलना चाहते. वे हमारी सरकार के अच्छे काम नहीं देख सकते. कुछ लोग सोचते हैं कि वे झूठ की अवधारणा बना सकते हैं, लेकिन सच हमेशा शक्तिशाली होता है.'
उन्होंने नीट के मुद्दे पर कहा, 'हमने सत्ता में आते ही नीट के खिलाफ विधेयक पारित किया, लेकिन राज्यपाल ने इसे रोका. हमने कानूनी लड़ाई लड़ी जो AIADMK सरकार के समय नहीं हुई.'
बीजेपी पर साधा निशाना
स्टालिन ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान हमने एक अनुकूल सरकार के लिए लड़ाई लड़ी और राहुल गांधी ने इसका वादा किया था. तमिलनाडु के लोगों ने 40 सीटें दीं, लेकिन केंद्र में भाजपा की सरकार बनी, जिसके पास बहुमत नहीं है. उनका जन-विरोधी शासन लंबे वक्त तक नहीं चलेगा. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि एक दिन हम अपने राज्य (तमिलनाडु) के अधिकारों की रक्षा करने वाली सरकार बनेगी.