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बतौर DM खुद को ज्यादा कामयाब मानते हैं या ओलंप‍ियन? IAS सुहास एलवाई ने बताया

बतौर DM खुद को ज्यादा कामयाब मानते हैं या ओलंप‍ियन? IAS सुहास एलवाई ने बताया

भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी और नोएडा के डीएम सुहास एल वाई ने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर दुनियाभर में भारत का नाम रोशन कर दिया है. इन खेलों में भारत की पदक संख्या 19 पर पहुंच गई है. सुहास उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं. गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के जिलाधिकारी सुहास पैरालंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी भी बन गए हैं. इस ऐतिहासिक जीत के बाद सुहास एल वाई और उनकी पत्नी ऋतु सुहास ने आजतक से खास बीतचीत की है. आजतक से बातचीत के दौरान सुहास ने इस सफलता के पीछे छिपे संघर्ष के बारे में बताया. इस दौरान जब उनसे ये पूछा गया कि वह बतौर DM खुद को ज्यादा कामयाब मानते हैं या ओलंप‍ियन? देखें IAS सुहास ने क्या जवाब दिया.

Suhas Lalinakere Yathiraj clinched the silver medal at Paralympics badminton in Tokyo, Japan. In doing so, the 38-year-old district magistrate of Gautam Buddh Nagar (Noida) also became the first-ever IAS officer to have not only participated but also won a medal in the Paralympics. After this historic win, Suhas LY and his wife had an exclusive conversation with Aajtak. Watch this video.

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