संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस को भारत की 'सच्ची स्वतंत्रता' का दिन बताया है. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 को देश को 'असली आजादी' मिली. इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस दिन को 'नए कालचक्र की शुरुआत' बताया. संघ प्रमुख का तर्क है कि 15 अगस्त को केवल राजनीतिक स्वतंत्रता मिली थी, जबकि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से भारत के 'स्व' की प्रतिष्ठा हुई है.